Lawrence Bishnoi: समाजवादी पार्टी से गोसाईगंज के विधायक अभय सिंह रविवार यानी 28 अप्रैल को जौनपुर के शिवापार क्षेत्र में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे. मीडिया से बात करते हुए अभय सिंह ने कहा, "धनंजय सिंह हमेशा क्षत्रियों के खिलाफ रहे हैं. कभी किसी ठाकुर को आगे नहीं बढ़ने दिया. हमेशा यादव और पिछड़ी जातियों के लोगों का साथ दिया. बसपा प्रत्याशी श्रीकला सिंह के पति धनंजय सिंह हमेशा ठाकुर का विरोध किया."
अभय सिंह ने मोदी और योगी की तारीफ
सपा विधायक अभय सिंह ने योगी-मोदी की तारीफ की. धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला के मंगलसूत्र वाले बयान पर अभय सिंह ने कहा कि कितने लोगों के मंगलसूत्र, सिंदूर मां की आंचल को सुना कर दिया, उनका क्या? सपा विधायक अभय सिंह ने मोदी-योगी तारीफ करते हुए कहा कि मैं सनातन की बुराई करने वालों के साथ नहीं हूं. जहां भगवान राम का सम्मान नहीं वहां मैं नहीं.
अभय सिंह और धनंजय सिंह अच्छे दोस्त हुआ करते थे
धनंजय सिंह साल 2002 में विधायक बन गए थे. 5 अक्टूबर 2002 को वाराणसी से गुजरते समय उनके काफिले पर AK-47 से हमला हुआ. इसे बनारस का पहला ओपर शूटआउट कहा जाता है. नदेसर में टकसाल सिनेमा के सामने धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) का सामना अभय सिंह से हुआ. दोनों तरफ से जमकर गोलियां चलीं. इस हमले में कई लोग घायल हुए थे. धनंजय सिंह के खेमे की तरफ से वारदात में अभय सिंह (Abhay Singh) को मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का साथ मिलने का आरोप लगाया जाता है.
धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट से मिली जमानत
जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिल गई है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सजा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. सजा पर रोक नहीं लगा जाने से धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. उन्हें रंगदारी मांगने के मामले में 7 साल की सजा सुनाई गई है. सजा के धनंजय सिंह जौनपुर जेल में बंद थे. शनिवार को उन्हें बरेली जेल ट्रांसफर किया गया. इस पर विवाद गहराया हुआ था. इसी बीच इलाहाबाद हाई कोर्ट का बड़ा फैसला सामने आया है.
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