कौन हैं IAS तारा चंद मीणा? जिसे कांग्रेस ने दिया है उदयपुर लोकसभा सीट से टिकट

उदयपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने IAS अधिकारी तारा चंद मीणा को उम्मीदवार घोषित किया है. उनके सामने एडिशनल कमिश्नर मन्नालाल रावत की चुनौती होगी.

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उदयपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार तारा चंद मीणा

Tara Chand Meena: राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस ने अपने पत्ते खोल दिये हैं. कांग्रेस ने राजस्थान में 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिये हैं. इन 10 उम्मीदवारों की लिस्ट में एक नाम ऐसा है जो पहले राजस्थान में काफी चर्चाओं में रहा है. हालांकि, उन्होंने पहले कोई चुनाव नहीं लड़ा है. लेकिन अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने उनकी काफी सराहना की है. ये नाम है तारा चंद मीणा जो एक IAS अधिकारी है. लेकिन हाल ही में उन्होंने VRS के लिए आवेदन किया था. जिसे मंजूर भी कर लिया गया है. हालांकि वह 20 मार्च को सेवानिवृत्त होंगे लेकिन इससे पहले ही उन्हें कांग्रेस ने तोहफा दे दिया है. उन्हें कांग्रेस ने तारा चंद मीणा को उदयपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है.

कौन हैं तारा चंद मीणा

तारा चंद मीणा राज्य सिविल सेवा (State Civil Services) से पदोन्नत 2011 बैच के IAS अधिकारी है. तारा चंद मीणा ने अपनी सेवानिवृत्ति से तीन पहले ही VRS ले लिया है. पाली जिले के मूल निवासी तारा चंद मीणा को कांग्रेस ने उदयपुर सीट से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार घोषित किया है. आदिवासी अंचल की इस सीट पर तारा चंद को कांग्रेस ने सबसे उपयुक्त उम्मीदवार माना है. बता दें, तारा चंद पूर्व सीएम अशोक गहलोत के करीबी माने जाते हैं. उनकी गहलोत से नजदीकी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें अप्रैल 2023 में उनकी सेवाओं के लिए 'सीएम एक्सीलेंस' अवॉर्ड से सम्मनित किया गया था.

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कहा जाता है कि राजस्थान में भजन लाल शर्मा की सरकार आने के बाद तारा चंद मीणा को APO कर दिया गया. क्योंकि उनकी नजदीकियां अशोक गहलोत से थी. वहीं, दो महीने से APO तल रहे तारा चंद मीणा ने VRS ले लिया. अब वह 20 मार्च को रिटायर्ड हो जाएंगे.

इससे पहले अशोक गहलोत की सरकार में तारा चंद मीणा उदयपुर के जिलाधिकारी नियुक्त किये गए थे. वह जनवरी 2022 से उदयपुर के जिलाधिकारी थे. इसके अलावा  आयुक्त आदिवासी क्षेत्र विकास और निदेशक खान सहित अतिरिक्त प्रभार वाले अन्य पदों पर विभिन्न पदों पर कार्य किया था. इस वजह से कहा जाता है कि उनकी पकड़े आदिवासी समाज पर काभी अच्छी है.

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उदयपुर में जिलाधिकारी रहते हुए तारा चंद मीणा ने आदिवासी समुदाय तक अच्छी पहुंच बनाई. वह क्षेत्र में एक अधिकारी से ज्यादा एक नेता की तरह काम कर रहे थे. उदयपुर निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के बीच अपना आधार बढ़ाया है.

उदयपुर संसदीय क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से उदयपुर शहर को छोड़कर सभी आदिवासी हैं. विधानसभा चुनाव 2023 में ही उनके चुनाव लड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी. लेकिन उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया. अब उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उदयपुर सीट से उतारा गया है. यह कांग्रेस का सबसे बड़ा दांव माना जा रहा है.

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उदयपुर में होगी दो सरकारी अधिकारियों की टक्कर

बता दें, उदयपुर एक ST सीट है. बीजेपी ने इस सीट पर मन्नालाल रावत को उम्मीदवार घोषित किया है. मन्नालाल रावत भी राजस्थान परिवहन विभाग में एडिशन कमिश्नर रह चुके हैं. मन्नालाल रावत ने भी चुनाव लड़ने के लिए VRS लिया है. अब तारा चंद मीणा की टक्कर मन्नालाल रावत के साथ होने वाली है. ऐसे में उदयपुर सीट पर चुनाव दिलचस्प होने वाला है.

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