कौन थीं चित्रा सिंह? हर कदम पर पति मानवेंद्र के साथ रहीं मौजूद, लोकसभा चुनाव लड़ने की भी थी तैयारी

मानवेंद्र सिंह जसोल (Manvendra Singh Jasol) की पत्नी चित्रा सिंह (Chitra Singh) की सड़क हादसे में मौत हो गई है. चित्रा सिंह को मानवेंद्र सिंह का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता था.

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चित्रा सिंह की सड़क हादसे में मौत

Manvendra Singh Jasol Wife Chitra Singh: पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह (Jaswant Singh) के बेटे मानवेंद्र सिंह का राजस्थान के अलवर जिले में एक बड़ा सड़क हादसा हो गया है. बताया जा रहा है कि इस घटना में मानवेंद्र सिंह जसोल खुद घायल हुए हैं और उनके बेटे भी घायल हुए हैं. लेकिन दुखद खबर यह है कि मानवेंद्र सिंह जसोल (Manvendra Singh Jasol) की पत्नी चित्रा सिंह (Chitra Singh) की इस सड़क हादसे में मौत हो गई है. चित्रा सिंह को मानवेंद्र सिंह का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता था. वह मानवेंद्र सिंह के साथ राजनीति में काफी समय से सक्रिय रही थीं.

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में मानवेंद्र सिंह राजस्थान के नए जिले बालोतरा की सिवाना विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार थे. वहीं, मानवेंद्र सिंह की जीत की जीत के लिए चित्रा सिंह भी चुनावी मैदान में उतर गई थी और उनके प्रचार प्रसार का जिम्मा अपने हाथ में ले लिया. चित्रा सिंह लंबी घूंघट के साथ सिवाना विधानसभा क्षेत्र के गांव-गांव में जनसंपर्क करके चुनाव प्रचार कर रही थी. हालांकि, सिवाना सीट पर कर्नल मानवेंद्र सिंह जसोल को जीत हासिल नहीं हो सकी.

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चित्रा सिंह के चुनाव में उतरने से मची थी सियासी हलचल

2019 लोकसभा चुनाव के दौरान चित्रा सिंह के चुनाव लड़ने की अटकलें सामने आई थी. वहीं, साल 2014 में जब बीजेपी ने जसवंत सिंह का टिकट काटा था तो जसवंत सिंह निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और 4 लाख वोटों से जीत हासिल की थी. यहां से जसवंत सिंह और वसुंधरा राजे के बीच तकरार शुरू हुई थी. साल 2019 के चुनाव में जसवंत सिंह की बहू और मानवेंद्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह को मैदान में उतरने की बात कही जा रही थी. जिससे काफी सियासी हलचल मचा था.

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क्योंकि मानवेंद्र सिंह उस वक्त शिव विधानसभा सीट से विधायक थे. तो यह भी कहा जा रहा था कि चित्रा सिंह मानवेंद्र सिंह की विरासत को संभालेंगे और मानवेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. मानवेंद्र सिंह इससे पहले साल 2004 में शाइनिंग इंडिया का नारा फेल होने के बावजूद मानवेंद्र सिंह बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से चुनाव जीत गए थे.

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