REET में डमी कैंडिडेट बिठाकर पत्नी को दिलाई थी शिक्षक की नौकरी, पुलिस ने पति-पत्नी सहित दलाल को किया गिरफ्तार

Banswara News: डमी अभ्यर्थी को बिठाकर सरकारी नौकरी दिलवाने वाला एक बिचौलिया, शिक्षिका और उसका पति गिरफ्तार हो गया है. इस मामले में अब तक 10 आरोपी गिरफ्तार किए गए.

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पकड़े गए आरोपी की तस्वीर

Third Class Teacher Recruitment Fraud: राजस्थान सरकार पेपर लीक करने वालों के खिलाफ एक्टिव मोड में नजर आ रही है और एक के बाद एक कार्रवाईयां की जा रही हैं. इसी क्रम में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में हुए फर्जीवाड़े में पुलिस ने एक और खुलासा करते हुए एक बिचौलिया, शिक्षिका और उसके पति को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में अब तक 10 आरोपियों  की गिरफ्तारी की गई है.

जिला शिक्षा अधिकारी शफब अंजुम ने पुलिस थाना सज्जनगढ़, पुलिस थाना सल्लोपाट, पुलिस थाना कुशलगढ़ पर डमी अथ्यर्थी से परीक्षा दिलाकर शिक्षक की नौकरी हासिल करने वाले आरोपी शिक्षिका के विरूद्व मामला दर्ज कराया था. जिनमें पहले 06 आरोपी शिक्षक और एक सूचना सहायक को गिरफ्तार किया गया है.

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नौकरी पाने के लिए मोटी रकम का सौदा

इसी के तहत पुलिस ने डमी अभ्यर्थियों को परीक्षा में बिठाने वाला बिचैलिया सेवालाल, शिक्षिका सविता डोडियार और उसके पति प्रवीण मालविया को गिरफ्तार किया गया. पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि बिचौलिया सेवालाल स्थानीय अभ्यर्थी से सम्पर्क कर उनसे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षा दिये बिना ही पास करवा कर नौकरी दिलवाने के लिए मोटी रकम लेकर सौदा किया.

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धोखे से दिलवाई नौकरियां

स्थानीय अभ्यर्थी के स्थान पर भीनमाल जालौर और पश्चिम राजस्थान के अन्य जिलों के डमी अभ्यर्थी को बिठाने वालें सरगनाओं से सम्पर्क कर मूल अभ्यर्थी के आवेदन पत्रों में मुल अभ्यर्थी के फोटो के स्थान पर डमी अभ्यर्थी के फोटो लगवा कर और मूल अभ्यर्थी के गृह जिले के स्थान पर अन्य गृह जिले का भरकर परीक्षा केन्द्र पर डमी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाकर प्राथमिक विद्यालय अध्यापक (सामान्य/विशेष शिक्षा) सीधी भर्ती 2022 व सूचना सहायक भर्ती 2018 की परीक्षा और अन्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में परीक्षा पास करवा कर सरकारी नौकरियां दिलवाई. 

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डमी अभ्यर्थी बैठाकर परीक्षा पास कराया

पुलिस द्वारा किए गए अनुसंधान के दौरान दस्तावेजों का बारीकी से निरीक्षण किया गया. इस दौरान आवेदन पत्रों पर लगी फोटो अलग-अलग व्यक्ति के मिलें साथ ही आवेदन पत्रों पर हस्ताक्षर भी अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा किया जाना पाया गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में अभी भी दर्जनों आरोपियों की गिरफ्तार होने संभावना है. इस पूरे मामले में बांसवाड़ा रेंज आईजी एस परिमला और पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश भारद्वाज और धनफुल मीणा के नेतृत्व में पुलिस उपअधीक्षक विनय चौधरी बागीदौरा बागीदौरा, श्रीमती शिवन्यासिंह पुलिस उप अधीक्षक कुशलगढ़, कुशलगढ़ थानाधिकारी सवाई सिंह, थानाधिकारी थाना सल्लोपाट देवीलाल द्वारा टीम बनाकर किया जा रहा है.

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