Rajasthan News: राजस्थान के अलवर में प्रियंका गांधी के रोड शो में रामगढ़ विधायक जुबेर खान के साथ पुलिस द्वारा अभद्र व्यवहार करने का मामला तूल पकड़ लिया है. इस मामले को लेकर कहा जा रहा है कि यह अल्पसंख्यक से जुड़ा हुआ मामला है. इसलिए पुलिस अधीक्षक कोई कार्रवाई नहीं कर रहे. जबकि जुबेर खान की पत्नी साफिया खान ने इस मामले में अलवर जिले के प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली पर हमला बोला है और कहा कि जिस जिले का नेता प्रतिपक्ष हो उनकी नाक के नीचे ऐसी घटना हो जाए, यह इससे भी ज्यादा शर्मनाक है. हालांकि, जुबेर खान ने इससे उलट कहा है कि इस मामले को तूल मत दो.
जुबेर खान ने कहा कि जिस तरीके से देश में हालात बन रहे हैं वातावरण बन रहा है तो ऐसे में इस मामले को तूल न दें और इस बुढ़ापे में कलंक लगाने का काम नहीं करें. मुझे रावण नहीं बनाया जाए. मैंने पूरा जीवन पार्टी के लिए निकाल दिया. इस मामले को लेकर आज सब नेता बन रहे हैं और इस चुनाव का कलंक कहीं मेरे सिर पर नहीं लग जाए.
विधायक ने पत्नी से कहा मामले को तूल मत दो
जुबेर खान के साथ उनकी पत्नी पूर्व विधायक ससफिया खान खड़ी थी. उन्हें जुबेर खान ने कहा तुम तो एक जिम्मेदारी निभा लो और इस मामले को तूल मत दो. यह अच्छी बात नहीं होगी. उन्होंने कहा कि दो दिन चुनाव को पड़े हैं और मेरा नाम लेकर इस चुनाव को बर्बाद मत कीजिए और ना ही हम बर्बाद करना चाहते हैं. गहलोत जी भी मुझे अच्छी तरीके से जानते हैं भवर साहब भी मेरे को अच्छी तरीके से जानते हैं. कोई बात होती है तो मैं खरी खरी कह देता हूं. इस बुढ़ापे में मेरी चुनावी हत्या मत कीजिए. जिस तरीके से यह बात फैलाई जा रही है कि वहां पर भंवर जितेंद्र सिंह भी खड़े थे और टीकाराम जूली भी थे और इस मामले को इग्नोर कर रहे थे. लेकिन जहां यह घटना घटी इतनी दूरी से मुझे नहीं लगता कि वह इस घटना को देख रहे होंगे. उन्होंने सभी कांग्रेसियों से अपील की की इस चुनाव में मुझे बलिदान मत कीजिएगा. कलंक मत लगाइएगा. उम्र कैसे पड़ाव में मेरी राजनीतिक हत्या मत कीजिए.
हमें विरोध करने का अधिकार है- सफिया खान
जुबेर खान की पत्नी सफिया खान ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा यह घटना दोपहर की है और शाम को इस घटना का पता चला. अगर जुबेर की चाहते तो यह मैं बोर्डिंग के पास ही घटना हुई थी और माहौल खराब हो सकता था लेकिन वो तो भले आदमी है. इसका विरोध कांग्रेस जनों को कल ही करना था लेकिन नहीं किया. उन्होंने सीधा-सीधा आरोप लगाया कि प्रतिपक्ष का नेता अलवर जिले का है उसके बावजूद भी हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है. आम जन के साथ अगर ऐसा व्यवहार होता है तो पब्लिक उसको देखती रहती है. यह एक विधायक के साथ घटना घटित हुई है तो कैसे कोई सहन कर सकता है.
उन्होंने कहा कि प्रतिपक्ष का नेता उर्वरक जिले का है और उनकी नाक के नीचे ऐसी घटना हुई है और यह उससे भी ज्यादा शर्मनाक बात है अगर यह और किसी बड़े नेता के साथ होती जब क्या होता. उन्होंने यहां तक कहा कि हम अल्पसंख्यक समाज से आते हैं और हमने ऐसे तिरस्कार शुरू से ही देखे हैं. हमें विरोध करने का अधिकार है और हम करेंगे और हमें तो अब पुरस्कार देखने की आदत पड़ गई है. किस तरीके से जातिवाद हावी हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा समय खराब चल रहा है यह हम मानते हैं. एसपी को ज्ञापन देने के मामले पर उन्होंने कहा कि उन्होंने एसआईटी गठन करने का आश्वासन दिया है और शीघ्र जांच करने का आश्वासन दिया है और एसपी ने कहा है कि आचार संहिता के चलते अभी हम कार्रवाई नहीं कर सकते तो इस पर साफिया खान ने कहा कि चुनाव में कोई आचार संहिता नहीं चलती. इस पर एसपी ने आश्वासन दिया है कि आरोपी पुलिस कर्मियों को शीघ्र वहां से हटा दिया जाएगा. उन्होंने कहा अगर 7 दिन तक कार्रवाई नहीं हुई तो इस न्याय के लिए आंदोलन होगा.
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