Rajasthan News: महाराजा गंगा सिंह ने श्रीगंगानगर को स्थापित किया. बीकानेर विधायक सिद्धि कुमारी (Sidhi Kumari) महाराजा गंगा सिंह की वंशज हैं. सिद्धि कुमारी एक निजि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्रीगंगानगर पहुंची. श्रीगंगानगर शहर घूमने के बाद उनके मुंह से निकला 'आई लाइक इट वेरी मच'. उन्होंने कहा कि शहर में काफी हरियाली भी है जो दिल को सुकून देती है. उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर शहर चंडीगढ़ की तर्ज पर बसा हुआ है और ज्यादा भीड़भाड़ नहीं है और मकानों में काफी खुला वातावरण है.
'एग्रो और बॉर्डर टूरिज्म की काफी संभावना'
सिद्धि कुमारी ने कहा कि श्रीगंगानगर में एग्रो और बॉर्डर टूरिज्म की काफी संभावना है, जिन पर काम होना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजस्थान में टूरिज्म का भविष्य हमेशा से ही सुनहरा रहा है. टूरिज्म के साथ-साथ अनेक लोगों को रोजगार भी मिलता है. गंगानगर में भी टूरिज्म की काफी संभावना है. इसे और विकसित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे यहां आकर काफी खुश हैं. यहां बार-बार आने की इच्छा जताई. बीकानेर विधायक सिद्धि कुमारी इसके बाद शिवपुर हैड पर भी गई और महाराजा गंगा सिंह के स्टैचू स्थल पर भी कुछ समय बिताया.
पाकिस्तान सीमा पर है श्रीगंगानगर
श्रीगंगानगर पाकिस्तान सीमा पर पंजाब राज्य के बॉर्डर पर है. उत्तरी राजस्थान का यह लम्बा-चौड़ा शहर, सरसों, कपास, बाजरा, गन्ना, चना और कीनू (नारंगी जैसा फल) के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। किसी समय यह क्षेत्र सूखा बंजर था. महाराजा गंगा सिंह के प्रयासों से यह शहर हरा भरा हो गया. उन्होंने शहर में पंजाब और हिमाचल प्रदेश से अधिक पानी लाने के लिए गंग कैनाल का निर्माण करवाय. यहां के लोग अधिकतर खेती करते हैं.
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