सिडनी टेस्ट में डेब्यू करने वाले इस ऑलराउंडर ने बटोरे खूब रन, टीम इंडिया के अरमानों पर फेरा पानी!

Beau Webster: वेबस्टर ने सिडनी टेस्ट में दो पारियों में 57 और नाबाद 37 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने भारत की दूसरी पारी में शुभमन गिल का विकेट भी लिया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

INDvsAUS: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के 5वें और अंतिम टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को छह विकेट से हराकर सीरीज जीत ली. इस सीरीज में ना सिर्फ अनुभवी, बल्कि कई नए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने भी टीम इंडिया को परेशान किया. भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट में आस्ट्रेलियाई हरफनमौला ब्यू वेबस्टर (Beau Webster) ने शानदार पदार्पण किया. वेबस्टर ने सिडनी टेस्ट में दो पारियों में 57 और नाबाद 37 रन बनाए. इसके अलावा उन्होंने भारत की दूसरी पारी में शुभमन गिल का विकेट भी लिया. बेहतरीन प्रदर्शन के बाद उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था. वेबस्टर ने क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू से कहा ,‘‘ मेरे पास शब्द नहीं हैं. आपने एक सप्ताह पहले मुझे बताया होता कि ऐसा कुछ होगा तो मैं यकीन नहीं करता."

मेरे लिए यह सपने जैसा था- वेबस्टर

उन्होंने कहा ,‘‘यह मेरे लिए सपने जैसा पदार्पण मैच था. तीन दिन के भीतर जीतकर बहुत अच्छा लग रहा है. मुझे यकीन है कि सभी इसका जश्न मना रहे होंगे.' वेबस्टर ने वॉशिंगटन सुंदर को चौका लगाकर आस्ट्रेलिया को जीत तक पहुंचाया और उन्होंने कहा कि इस पल को वह कभी नहीं भूलेंगे. 31 वर्ष के इस खिलाड़ी ने कहा कि उस समय हमें चार रन ही चाहिए थे और मैने जब वह कट खेलकर चौका लगाया तो मुझे लगा कि आपको अपने देश के लिये चौका लगाकर विजयी रन बनाने के कितने मौके मिलते हैं. मैने सामने ट्रेविस हेड की ओर देखा जो खुशी से उछल रहा था.''

Advertisement

खराब फॉर्म से जूझ रहे मार्श हुए बाहर, वेबस्टर से बोले- तुम खेल रहे हो

वेबस्टर ने कहा कि यह शानदार पल था जिसे मैं कभी नहीं भुला सकूंगा. शायद ऐसा कभी दोबारा नहीं होगा. निर्णायक टेस्ट में चौका लगाकर जीत तक पहुंचना. इससे बेहतर क्या हो सकता है. वेबस्टर को खराब फॉर्म से जूझ रहे मिचेल मार्श की जगह आखिरी टेस्ट के लिये टीम में जगह मिली थी. उन्होंने स्वीकार किया कि शुरू में उन्हें अजीब लग रहा था. मुझे लगा नहीं था कि टीम में बदलाव होगा. मैं मैदान पर गया और मैने मिचेल से पूछा कि वह क्या कर रहा है तो उसने कहा कि इंतजार कर रहा हूं कि मैं टीम में हूं या नहीं. इसके बाद अगले एक घंटे में जब मैं चेंज रूम में गया तो उसने कहा कि तुम खेल रहे हो.

Advertisement

यह भी पढ़ेंः एक दशक बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर ऑस्ट्रेलियाई टीम का कब्जा, भारत को मिली करारी हार