भारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में लहराया 5वीं बार अपना परचम, जुगराज सिंह ने कर दिया कमाल

भारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में चीन को जबरदस्त शिकस्त दी है. फाइनल मैच के कड़े मुकाबले में गोल करने में दोनों टीम के पसीने निकल गए. लेकिन आखिर में जुगराल सिंह ने कमाल कर दिया.

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Asian Champions Trophy 2024: भारतीय हॉकी टीम ने एक बार फिर एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में अपना परचम लहराया है. चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय हॉकी टीम ने चीन को करारी शिकस्त देकर पांचवी बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीत लिया है. फाइनल मैच भारत और चीन के बीच खेला गया. बड़ी बात यह है कि भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी. 

भारतीय हॉकी टीम ने मंगलवार (17 सितंबर) को फाइनल मुकाबला मेजबान चीन के साथ खेला. जिसमें भारतीय टीम ने चीन को कड़े मुकाबले में 1-0 से शिकस्त दी और पांचवीं बार एशियाई चैंपियंस ट्राफी का खिताब जीता.

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रोमांचक फाइनल मुकाबले में जुगराज सिंह ने किया कमाल

भारत और चीन के बीच खेला गया फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक था. पहले तीन क्वार्टर बीतने तक दोनों में से किसी भी टीम गोल नहीं कर पाई. हालांकि आखिर में डिफेंडर जुगराज सिंह ने फील्ड गोल करके टीम को जीत दिलाई. टीम को हरमनप्रीत सिंह लीड कर रहे थे, लेकिन टीम के लिए मुकाबला आसान नहीं था. 

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पहले तीन क्वार्टर में चीनी डिफेंडरों ने भारत को गोल करने का कोई मौका नहीं दिया. पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के लिये 51वें मिनट में जुगराज ने गोल किया. चीन दूसरी बार ही किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहा था.

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मैच में क्या हुआ

पहले दो क्वार्टर में भारत ने गोल करने के कई मौके बनाये लेकिन चीन भी जवाबी हमले में पीछे नहीं था. राजकुमार पाल ने पहला हमला बोला जिसे चीन के गोलकीपर वांग वेइहाओ ने बचा लिया. राजकुमार ने दसवें मिनट में भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर दिलाया लेकिन हरमनप्रीत सिंह गोल नहीं कर सके. दो मिनट बाद नीलाकांता शर्मा का शॉट वांग ने बचाया और अगले मिनट सुखजीत सिंह को गोल नहीं करने दिया. पहले क्वार्टर से कुछ सेकंड पहले भारत ने पेनल्टी कॉर्नर गंवाया लेकिन कृशन बहादुर पाठक गोल के सामने मुस्तैद थे. दूसरे क्वार्टर में भी कहानी यही रही जब गेंद पर नियंत्रण में भारत ने बाजी मारी लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. भारत को 27वें मिनट में सुखजीत ने पेनल्टी कॉर्नर दिलाया लेकिन हरमनप्रीत का शॉट गोलपोस्ट से टकरा गया. दूसरे हाफ में चीनी फारवर्ड पंक्ति ने लगातार हमले बोले और 38वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया लेकिन भारतीय डिफेंस चौकस था. चीन को 40वें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर मिले जिन पर भारतीय गोलकीपर पाठक ने गोल नहीं होने दिया. भारत के गोल के सूत्रधार हरमनप्रीत रहे जो जबर्दस्त स्टिक वर्क दिखाते हुए चीनी सर्कल में घुसे और जुगराज को गेंद सौंपी जिसने गोल करने में कोई चूक नहीं की. हूटर से चार मिनट पहले चीन ने अपने गोलकीपर को हटाकर अतिरिक्त खिलाड़ी को उतारा लेकिन बराबरी का गोल नहीं कर सका.

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