World Cup 2023: अंबाती रायडू ने वर्ल्ड कप में भारत की हार के लिए पिच को ठहराया जिम्मेदार 

अंबाती रायडू ने 2023 के वनडे विश्व कप के फाइनल में भारत की ऑस्ट्रेलिया से हार के लिए धीमी पिच को जिम्मेदार ठहराया है. बीयरबिसेप्स के यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए, रायडू ने कहा कि पिच 'एक फाइनल के लिए बहुत, बहुत धीमी और सुस्त थी.' 

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फाइल फोटो

पूर्व 'मेन इन ब्लू' बल्लेबाज अंबाती रायडू ने बीयरबाइसप के यूट्यूब चैनल से बात करते हुए बताया कि वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल में धीमी पिच ने भारत की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. भारतीय टीम की बल्लेबाजी लाइनअप ऑस्ट्रेलियाई टीम से अधिक मजबूत थी, लेकिन धीमी पिच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल था. भारत के शुरुआती बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए, जिससे टीम को एक मजबूत शुरुआत नहीं मिल सकी.

चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व खिलाड़ी का यह भी कहना है कि धीमी पिच ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को फायदा दिया. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज धीमी पिच पर अच्छी गेंदबाजी कर सके, जिससे भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी हुई. हालांकि, रायडू की यह राय भी है कि भारत को धीमी पिच की चुनौती का सामना करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि भारत एक मजबूत टीम है और उसे किसी भी परिस्थिति में जीतने के लिए तैयार रहना चाहिए.

सभी टीमों को मिलना चाहिए मौका

रायडू न बताया कि लोग सोचते हैं कि 'इस तरह का विकेट तैयार करके वे भारतीय टीम की मदद कर रहे हैं.' यह एक बहुत ही मूर्खतापूर्ण सोच है. एक विश्व कप फाइनल में दोनों टीमों को समान परिस्थितियों में खेलने का मौका मिलना चाहिए. यदि एक टीम को धीमी पिच पर खेलने का फायदा मिलता है, तो यह अन्य टीम के लिए अन्याय है.

भारत को नहीं मिल पाई मजबूत शुरुआत

यह भी स्पष्ट है कि धीमी पिच ने भारत की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यदि पिच तेज होती, तो भारत के पास जीतने की अधिक संभावना होती. हालांकि, यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि भारत ने धीमी पिच पर अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. भारत के शुरुआती बल्लेबाज जल्दी आउट हो गए, जिससे टीम को एक मजबूत शुरुआत नहीं मिल सकी. यदि भारत के शुरुआती बल्लेबाज धीमी पिच पर अधिक टिके रहते, तो भारत का स्कोर अधिक हो सकता था.

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दोनों टीमों का प्रदर्शन

मैच की बात करें तो, ऑस्ट्रेलिया के पहले क्षेत्ररक्षण के लिए चुने जाने के बाद, केएल राहुल (66) और विराट कोहली (54) के अर्धशतकों की मदद से भारत को कठिन बल्लेबाजी के लिए संघर्ष करना पड़ा. भारत 50 ओवर में 240 रन पर ढेर हो गया. 241 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, ट्रैविस हेड (137) और मार्नस लाबुशेन (58*) ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया को छठा विश्व कप खिताब दिलाया.

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