Good Samaritan Scheme: राजस्थान सरकार ने डबल कर दी इस योजना के तहत मिलने वाली राशि, जानें आप कैसे उठा सकते हैं लाभ

Rajasthan Road Safety Council Meeting: राजस्थान के डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में परिवहन, रोडवेज, ट्रैफिक पुलिस, पीडबल्यूडी, एनएचआई चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के साथ सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
राजस्थान के परिवहन एवं सड़क सुरक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा.

Rajasthan News: राजस्थान के डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा (Prem Chand Bairwa) ने मंगलवार शाम सचिवालय में स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल की बैठक (State Road Safety Council Meeting) करते हुए गुड सेमेरिटन योजना (Good Samaritan Scheme) के तहत मिलने वाले पुरस्कार राशि को बढ़ाकर 'डबल' करने का ऐलान किया है. इस योजना के तहत सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल में भर्ती कराने पर पहले 5 हजार रुपये मिलते थे. लेकिन अब इस काम के लिए सरकार 10 रुपये की राशि देगी.

एंबुलेंस सेवाओं का होगा एकीकरण

इतना ही नहीं, राज्य सरकार की एम्बुलेंस सेवा 108 और NHAI की 1033 एम्बुलेंस सेवाओं का एकीकरण किया जा रहा है, जिससे चिकित्सा सहायता को जल्द से जल्द दुर्घटनास्थल तक पहुंचाया जा सके. यह जानकारी परिवहन विभाग की शासन सचिव शुचि त्यागी ने बैठक में साझा की है. उन्होंने यह भी बताया है कि MY Bharat Portal पर रोड सेफ्टी एजुकेशनल और पब्लिक अवेयरनेस प्रोग्राम के आयोजन में प्रदेश को देश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. वहीं, राजस्थान 10 वर्षीय सड़क सुरक्षा स्ट्रेटेजी एवं एक्शन प्लान लागू करने और सड़क सुरक्षा वेब पोर्टल लांच करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है.

Advertisement

बैठक के दौरान ली गई तस्वीर.
Photo Credit: X@DrPremBairwa

'नई AI तकनीक से करें सड़क सुरक्षा'

बैठक के दौरान परिवहन एवं सड़क सुरक्षा मंत्री बैरवा ने कहा, 'सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और उनमें मानव जीवन की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. सड़क सुरक्षा के लिए साझा जिम्मेदारी से काम करें और दुर्घटनाओं की दर को कम करने के लिए ठोस कदम उठाएं. सड़कों पर ब्लैक स्पॉट्स और गड्ढों की निरंतर पहचान कर उनमें सुधार करें ताकि यात्रियों की सुरक्षित, सुगम और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित की जा सके. साथ ही बस और ट्रक ड्राइवर्स के नियमित हेल्थ चेकअप और उनके उचित आराम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं. सड़क सुरक्षा के लिए AI जैसी तकनीकों का भी इस्तेमाल करें.'

ये भी पढ़ें:- फरवरी में 33 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंचा राजस्थान के इस इलाके का तापमान, लोगों के छूटे पसीने