कोटा (Kota) जिले के हर वाटर बॉडीज में मगरमच्छों की मौजूदगी देखी जा रही है. वर्तमान में इन वॉटर बॉडीज में भारी मात्रा में पानी की आवक हो रही है और इसके चलते मगरमच्छ पानी से बाहर भी आ रहे हैं. ऐसे में भोजन की कमी के कारण ये रिहायसी इलाके (Residential Areas) या खेतों तक जा पहुंचते हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के सांगोद रोड पर गलाना गांव के नजदीक देखने को मिला, जहां टोल प्लाजा के नजदीक स्थित एक सोयाबीन के खेत में करीब 12 फीट लंबा और 200 किलो से ज्यादा वजनी मगरमच्छ पहुंच गया. इसकी सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और वीरेंद्र सिंह हाडा सहित अन्य लोगों ने इसका रेस्क्यू किया.