आरोपी सब-इंस्पेक्टर राजकुमारी ने एक परिवादी से धोखाधड़ी के मुकदमे में मदद करने और एफआर (FR) लगाने की एवज में सवा लाख रुपये (₹1.25 Lakh) की रिश्वत मांगी थी। एसीबी की टीम ने जाल बिछाकर उन्हें थाने के भीतर ही रिश्वत लेते हुए ट्रैप कर लिया।