राजस्थान के चित्तौड़गढ़(chittorgarh) जिले में अफीम की खेती करने वाले किसानों को महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर और केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की ओर से विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य अफीम की फसल को रोगों से बचाना और उत्पादन बढ़ाना है. प्रशिक्षण में अफीम के पौधों में लगने वाले रोगों और उनके उपचार के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है.