राजस्थान के देवना कुचामन जिले के मदरसों में आज एक अनोखा और प्रेरणादायक नजारा देखने को मिला। अल्पसंख्यक विभाग की पहल पर, वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में, मदरसों और छात्रावासों में देशभक्ति, स्वदेशी और राष्ट्रीय एकता के संदेश के साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान जब मदरसों की फिजाओं में 'वंदे मातरम' गूंजा, तो सदियों पुराने उस मिथक को तोड़ दिया गया जिसमें कहा जाता है कि अल्पसंख्यक समाज राष्ट्रगान या राष्ट्रगीत से दूरी बनाता है।