कर्नाटक बोर्ड परीक्षा (Karnataka Board Exam) में फेल होने वाले एक छात्र के घर में जश्न का माहौल देखने को मिला. 10वीं कक्षा के एक छात्र के माता-पिता ने प्रेरक कदम उठाते हुए अपने बेटे की असफलता का जश्न (Celebrating failure) मनाने का फैसला किय. उनका मानना है कि इससे बच्चे को भावनात्मक रूप से प्रोत्साहन और साहस मिलेगा. साथ ही, वो आगे के लिए अधिक मेहनत करने के लिए तैयार हो सकेगा.