राजस्थान में बिजली, बिजली बिल और बिजली विभाग एक बार फिर चर्चा में है। इस बार चर्चा का कारण बिजली बिल हैं। चर्चा का कारण वे लोग हैं, जो विधानसभा में बैठकर बिजली के बजट पर बहस करते हैं। जी हां, राजस्थान के 29 विधायकों और एक मंत्री का बिजली बिल बकाया है। सभी 30 लोगों का मिलाकर लाखों रुपये का बिजली बिल पेंडिंग है, जो कई महीनों से भरा ही नहीं गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या VIP लोगों का मीटर अलग चलता है? क्या सरकार के नियम सिर्फ आम आदमी को झटका देने के लिए हैं?