Rajsamand News: आज के समय में जब हम अपने देश को विकसित राष्ट्र (Developed Nation) बनाने की तरफ रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी हैं जिनका लक्ष्य अभी भी खुद का पेट भर पाना ही है. ये लोग करतब दिखाते हैं और परिवार (Family)का पालन पोषण करते हैं. अगर देखा जाए तो इस परिवार की बेटियाँ ही परिवार (Family) की मुखिया और कमाने वाली सदस्य होती हैं. आमतौर पर लोग बेटे के जन्म की खुशी मनाते हैं लेकिन इस समाज में बेटियाँ पैदा होने पर खुशियाँ मनती हैं. पैदल चलना सीखते हैं रस्सी पर करतब दिखाना सिखाया जाता है जिससे वो गली मोहल्ले में खेल दिखाकर परिवार (Family) का पोषण कर सके. इन परिवारों को सरकारी योजनाओं (Plans) के नाम पर कुछ नहीं मिल पाता. इसका कारण है इन परिवार का कोई स्थानीय निवासी नहीं है.