राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने दिव्यांगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ देने के लिए उडीद कार्ड (UDID Card) को अनिवार्य कर दिया है, लेकिन इसके लिए बनाई गई प्रक्रिया दिव्यांगों (Disabled People) के लिए परेशानी का कारण बन गई है. कोटा (Kota) के एमबीएस अस्पताल (MBS Hospital) में यह प्रक्रिया हफ्ते में दो दिन चलती है, जहां दिव्यांगों को घंटों लंबी लाइनों में खड़ा रहना पड़ता है. डॉक्टरों (Doctors) की कमी और खराब व्यवस्थाओं के कारण दिव्यांगों को अत्यधिक परेशानी हो रही है. बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है, पानी और बाथरूम की सुविधाएं भी नहीं हैं. दिव्यांगों की मांग है कि सरकार इस प्रक्रिया को सरल बनाए, ताकि उन्हें बिना कठिनाइयों के योजनाओं का लाभ मिल सके.