राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के बाद टिकट नहीं पाने वाले नेताओं की नाराजगी व विरोध के बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने सोमवार को उदयपुर और जोधपुर संभाग में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने प्रत्येक कार्यकर्ता को अपनी ताकत पहचानने और संगठन को सर्वोपरि मानकर काम करने की प्रेरणा दी.
नड्डा सुबह उदयपुर पहुंचे जहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों की संभाग स्तरीय बैठक ली. पार्टी सूत्रों ने बताया कि बैठक में नड्डा ने पदाधिकारियों से समाज के सभी वर्गों को पार्टी की नीति से जोड़ते हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया.
'क्षमता के अनुसार जिम्मेदारी देती है भाजपा '
सूत्रों के अनुसार, नड्डा ने कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जहां प्रत्येक कार्यकर्ता को उसकी क्षमता के अनुसार जिम्मेदारी दी जाती है. उन्होंने जिला और विधानसभा स्तरीय चुनाव प्रबंधन समिति और समन्वय समिति से चुनाव पूरे होने तक अपनी जिम्मेदारी का पूरी तरह निर्वाह करने की बात कही.
राजे, जोशी समेत कई नेता बैठक में शामिल
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने पार्टी नेताओं के बीच उत्साह को रेखांकित करते हुए विश्वास जताया कि पार्टी 2023 में राजस्थान में सरकार बनाएगी और 2024 के आम चुनावों में राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटें जीतेगी. राज्य के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में 25 नवंबर को मतदान होगा जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.
पहली सूची आने के बाद से कई जगह हो रहा उम्मीदवारों का विरोध
भाजपा ने पिछले सप्ताह सोमवार को 41 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की थी जिसके बाद सांचौर, झोटवाड़ा, नगर, कोटपूतली, देवली-उनियारा सहित कुछ निर्वाचन क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. जिन नेताओं को पहली सूची में टिकट नहीं दिया गया, उनके समर्थकों ने निर्वाचन क्षेत्रों के साथ-साथ पार्टी कार्यालय में भी विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद राज्य इकाई को असंतुष्ट नेताओं से बात करने के लिए वरिष्ठ नेताओं की एक समिति बनानी पड़ी, लेकिन विरोध जारी है.
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