Sensex & Nifty: इस हफ्ते की शुरुआत में शेयर बाजार में तेजी देखी गई. लेकिन शुक्रवार आते-आते कारोबारी सत्र में बिकवाली रही. लार्जकैप आईटी और बैंकिंग शेयरों पर बारी दबाव भी देखने को मिला. दूसरी ओर, पीएसयू बैंकों का प्रदर्शन इस लिहाज से काफी मजबूत रहा है. अब अगले हफ्ते की शुरुआत में निवेशकों की निगाहें बाजार पर होगी. क्योंकि सोमवार, 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. इससे पहले बाजार में निवेशक सर्तक बने हुए हैं. हालांकि बाजार की मजबूती के लिए आने वाले समय में तीसरी तिमाही के नतीजे काफी महत्वपूर्ण होंगे. एक्सपर्ट्स के अनुसार, डॉलर के मजबूत होने के कारण निवेशक सतर्क बने हुए हैं.
जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
इसके अलावा नए अमेरिकी प्रशासन की संभावित आर्थिक नीतियों पर बढ़ती अनिश्चितता ने बाजार के सेंटीमेंट को नुकसान पहुंचाया है. इसके अलावा विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली से बाजार में अस्थिरता जारी रह सकती है. कैपिटलमाइंड रिसर्च के कृष्णा अप्पाला का कहना है कि यह समय घबराने का नहीं, बल्कि स्पष्टता के साथ काम करने का है. बाजार में गिरावट अच्छे स्टॉक्स खोजने के अवसर प्रदान करती है, जिसमें विकास की अच्छी संभावना हो.
सेंसेक्स 77 हजार के नीचे, निफ्टी 23 हजार के करीब
हफ्ते के अंत में सेंसेक्स 76,619.33 पर और निफ्टी 23,203.2 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी बैंक 738.10 अंक या 1.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,540.6 पर बंद हुआ. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 123.85 अंक या 0.23 प्रतिशत चढ़कर 54,607.65 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 28.75 अंक या 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,672.05 पर बंद हुआ. सितंबर-2024 के उच्च स्तर से बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है. इस दौरान निफ्टी 50 इंडेक्स 11.5 प्रतिशत, निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 12 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स 11 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट हुई है.
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