Rajasthan: 10वीं और 12वीं पास झोलाछाप कर रहे गांवों में लोगों का इलाज, तलाशी में मिला दवाइयों का जखीरा 

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्वास्थ्य विभाग ने एक बहुत बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. विभाग ने जिले से दो झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार किया है. जो 10वीं और 12वीं पास थे और गांवों में लोगों का इलाज कर रहे थे.

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मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऑफिस.

Rajasthan News: राजस्थान में झोलाछाप डॉक्टरों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. ये लोग बिना जानकारी के लोगों को ठगते हैं और गलत दबाई दे देते हैं. जिसकी वजह से की बार मरीज की मौत हो जाती है. वहीं अब इन झोलाछापों को लेकर सरकार और विभाग सख्त हो गए हैं और लगातार इन पर कार्रवाई कर रहे हैं.

इसी बीच ऐसा ही एक मामला प्रदेश के चित्तौड़गढ़ जिले से सामने आया है. जहां झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए दो झोलाछाप को पकड़ा है. 

तलाशी में मिला दवाइयों का जखीरा

जानकारी के अनुसार, विभाग ने जब कार्रवाई के दौरान तलाशी ली तो दोनों डॉक्टरों के पास से दवाइयों का जखीरा मिला हैं. स्वास्थ्य विभाग ने दोनों झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया गया हैं.

रावतभाटा तहसील क्षेत्र के श्रीपुरा गांव में एक दसवीं पास और एक बाहरवीं पास झोलाछाप डॉक्टर ग्रामीणों का ईलाज कर रहे थे. वहीं इसकी सूचना बीसीएमओ रावतभाटा को मिलने पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. 

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एक दसवीं पास दूसरा एक बाहरवीं दोनों झोलाछाप डॉक्टर

विभाग के अनुसार, श्रीपुरा में एक बंगाली डॉक्टर जो दसवीं पास होकर लोगों का ईलाज कर रहा था. वहीं दूसरा झोलाछाप डॉक्टर घर पर ही लोगों का ईलाज कर रहा था. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ा हैं और भैंसरोड़गढ़ पुलिस थाना पर मामला दर्ज करवाया हैं.

दोनों के पास दवाइयों और इंजेक्शन का जखीरा मिला हैं. सीएमचओ डॉ. तारा चन्द ने एनडीटीवी को बताया कि पूरे जिले में झोलाछाप डॉक्टरों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी बीच  दोनों गिरफ्तार हुए हैं.

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