'लव यू जानू' बोलकर फंसाया, डेढ़ महीने में वसूले 5 लाख; ऐसे पकड़ में आई हनीट्रैप की हसीना

राजस्थान के राजसमंद जिले में पुलिस ने एक हनीट्रैप गिरोह को गिरफ्तार किया है. जिसमें उन्होंने 3 महिला और 4 पुरुष को हिरासत में लिया है. साथ पुलिस ने इनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.

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पुलिस की गिरफ्त में महिला आरोपी.

Rajsamand Honeytrap News: राजस्थान के राजसमंद जिले में पुलिस ने एक संगठित हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश कर दिया और इस कार्रवाई में टीम ने दो अलग-अलग प्रकरण में गिरोह की मुख्य सरगना समेत तीन महिलाओं और चार पुरुषों को गिरफ्तार किया है. 30 दिसंबर को एक स्थानीय व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसे ब्लैकमेल कर बड़ी रकम वसूलने की कोशिश की जा रही है.

व्यापारी के अनुसार, बहुत समय से एक महिला मुझ से फोन पर मीठी-मीठी बाते करती थी और मिलने बुलाती थी. करीब डेढ़ महीने बात करने के बात मैं उस महिला से मिलने गया तो मुलाकात के दौरान महिला और उसके साथी मेरी कार में आ गए और मुझे धमकी देने लगे. उन्होंने मेरे खिलाफ एक झूठा मामला दर्ज करवाने और एक वीडियो को बनाकर उसे वायरल करने की धमकी देकर 5 लाख रुपये की मांग की. व्यापारी ने इसकी सूचना पुलिस को दी

धमकी देकर मांगे 5 लाख रुपये

थाना अधिकारी हनवंत सिंह सोढ़ा ने बताया कि एक व्यापारी ने थाने में लिखित रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिसमें  बताया कि एक महिला उनको कई दिनों से फोन करके मिलने का दबाव बना रही थी. व्यापारी ने आगे बताया कि वह महिला बहकावे में आकर उससे मिलने चला गया. इसके बाद महिला उससे कार में बैठकर बात करने लगी. कुछ देर बाद 4 लोग आए और व्यापारी को धमकाने लगे की तुम मेरी पत्नी से बात कर रहे हो.  

इसके बाद उन्होंने व्यापारी का वीडियो लिया बोले की इज्जत बचाना चाहते हो तो 5 लाख रुपये दे दो. वह लोग यह कहकर व्यापारी की कार ले गए. इसके बाद व्यापारी ने पुलिस को इसकी सूचना दी. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जाल बिछाया और पैसे लेने आए युवकों को दबोच लिया. गिरफ्तार किए गए लोगों में गिरोह की मुख्य सरगना जन्नत बानू उर्फ तमन्ना, सुनिता उर्फ शालिनी लक्षकार और अफसाना खां शामिल है.

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आपत्तिजनक दस्तावेज और फोन किए जब्त

साथ ही पुलिस ने गिरोह के सदस्य श्रवण गुर्जर को भी पुलिस ने दबोच लिया. जांच में पता चला कि ये लोग क्षेत्र के कई व्यापारियों और अन्य व्यक्तियों को इसी तरह फंसाकर ब्लैकमेल करते थे. वहीं एक अन्य व्यापारी ने भी हनीट्रैप में फंसाने की रिपोर्ट थाने पर दर्ज करवाई थी. पुलिस के मुताबिक गिरोह का तरीका काफी संगठित था. 

ये लोग पहले किसी व्यक्ति को निशाना बनाते, फिर उससे दोस्ती करते और बाद में मुलाकात के दौरान झूठे आरोप लगाकर पैसे वसूलते. गिरफ्तार आरोपियों ने अब तक कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है. पुलिस ने उनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं.

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