Rajasthan Politics: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) से पहले भाजपा (BJP) का कुनबा बढ़ता जा रहा है. विपक्षी पार्टियों के कई कद्दावर नेताओं को अपने पाले में लाने के बाद अब भाजपा ने क्षेत्रीय दलों के विलय के लिए भी दरवाजे खोल दिए हैं. इसी कड़ी में एक बड़ी अपडेट भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) को लेकर सामने आया है. लोकसभा चुनाव से पहले बीटीपी के भाजपा में विलय होने के संकेत मिले हैं. मिली जानकारी के अनुसार राजस्थान के आदिवासी अंचल सहित मध्य प्रदेश और गुजरात में तीसरी शक्ति के रूप में उभरी भारतीय ट्राइबल पार्टी का जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में विलय हो सकता है.
मालवीया बोले- बीटीपी अध्यक्ष ने थाम लिया है भाजपा का दाम
जानकारी के अनुसार भारतीय ट्राइबल पार्टी के संस्थापक रहे छोटू भाई वसावा और उनके पुत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश भाई वसावा द्वारा भाजपा गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल से मुलाकात की और भाजपा ज्वाइन करने को लेकर चर्चा की है.इधर आदिवासी अंचल के बड़े नेता के रूप में उभरे और भाजपा प्रत्याशी महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने भी दावा किया है कि बीटीपी संस्थापक छोटू भाई वसावा और उनके पुत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश भाई वसावा ने दो दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है.
2017 में हुआ था गठन, गुजरात में जीते दो सीट
बताते चलें कि छोटू भाई वसावा ने 2017 में गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी का गठन किया था और उनके पुत्र महेश भाई वसावा को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया था. भारतीय ट्राइबल पार्टी ने गुजरात के भरूच जिले की झागड़िया विधानसभा और नर्बदा जिले की डेडीयापड़ेन विधानसभा सीट से चुनाव जीता था.
जदयू को छोड़कर बनाई थी बीटीपी
इससे पूर्व छोटू भाई वसावा 1990 से 2017 तक जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर काम कर चुके थे. उसके बाद जेडीयू ने भाजपा के साथ गठबंधन किया तो उन्होंने जेडीयू से त्यागपत्र देकर भारतीय ट्राइबल पार्टी का गठन किया था. भारतीय ट्राइबल पार्टी का प्रभाव राजस्थान के बांसवाड़ा और डूंगरपुर में भी नजर आया और 2019 के विधानसभा चुनाव में डूंगरपुर जिले के चौरासी विधानसभा क्षेत्र और सागवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी जीतकर विधानसभा में पहुंचे थे.
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