'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान के तहत मंत्री शांति धारीवाल घर-घर जाकर जान रहे लोगों का हाल

पदयात्रा हर रोज करीब 15 किलोमीटर का सफर तय करती है. जिसमें वार्ड के सभी घरों पर दस्तक दी जाती है. राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' को कोटा में मिले भरपूर समर्थन के बाद प्रदेश में 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान का आगाज 26 जनवरी 2023 से किया गया था.

विज्ञापन
Read Time: 17 mins
युवाओं के लिए मिसाल बन रहे हैं मंत्री धारीवाल

राजस्थान के एक मंत्री ने सैकड़ों किलोमीटर पदयात्रा कर जनता से संवाद किया. राजस्थान सरकार के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल जनवरी महीने से ही कोटा के प्रत्येक गली मोहल्ले में पहुंचकर 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान के तहत पदयात्रा के जरिए आमजन से मुखातिब हो रहे हैं. उनसे सवाल कर रहे हैं कि आपको कोई तकलीफ तो नहीं है. कोई काम हमारे लायक हो तो बताइए, सरकार की योजनाओं का आपको लाभ मिल रहा है, आपके क्षेत्र में जो जन उपयोगी कार्य करवाए गए हैं उससे आप संतुष्ट हैं. ऐसे में लोग अपनी समस्या उन्हें बताते हैं. मंत्री शांति धारीवाल समस्या के समाधान के निर्देश मौके पर देकर आगे बढ़ जाते हैं.

जयपुर से हर सप्ताह कोटा में 3 दिन वार्ड वाइज पदयात्रा निकाली जाती है. पदयात्रा हर रोज करीब 15 किलोमीटर का सफर तय करती है. जिसमें वार्ड के सभी घरों पर दस्तक दी जाती है. राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' को कोटा में मिले भरपूर समर्थन के बाद प्रदेश में 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान का आगाज 26 जनवरी 2023 से किया गया था, जिसके तहत जनप्रतिनिधियों को अपने अपने क्षेत्र में जनता के बीच पदयात्रा के जरिए जाकर संवाद करने का टास्क मिला था. राजस्थान के कोटा में इस अभियान ने कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. 

Advertisement

अब तक 50 वार्ड पूरे कर चुकी है पदयात्रा

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान की अमीना को नहीं मिला भारतीय वीजा, तो जोधपुर के अरबाज ने किया ऑनलाइन निकाह

अब तक 50 वार्ड पूरे कर चुकी है पदयात्रा
अभियान की शुरुआत से लेकर अब तक मंत्री शांति धारीवाल अपने बेटे पीसीसी महासचिव अमित धारीवाल के साथ 50 वार्डों में पदयात्रा के जरिए घर-घर पहुंच चुके हैं. पदयात्रा सुबह-शाम दो पारियों में निकाली जाती है, जिसमें स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होते हैं. पदयात्रा को लेकर मंत्री धारीवाल कहते हैं कि 'हाथ से हाथ जोड़ो' अभियान का मूल उद्देश्य जनता से संवाद करना है. सरकार के कार्यों का फीडबैक लेना है, तकलीफें जानना और समाधान करना है. यह उद्देश्य लगातार जनता के बीच पहुंचने से पूरा हो रहा है. आमजन पदयात्रा का उत्साह के साथ स्वागत करती है तो अच्छा लगता है.

Advertisement

युवाओं के लिए मिसाल बन रहे हैं मंत्री धारीवाल
गहलोत सरकार में सेकेंड सीएम कह जाने वाले मंत्री शांति धारीवाल के पास यूडीएच के अलावा विभिन्न मंत्रालय का भी प्रभार है. 75 से अधिक उम्र और पद यात्रा करने का जज्बा मंत्री धारीवाल में देखते ही बनता है. युवा नेताओं के लिए वह प्रेरणा बन रहे हैं. सुबह 7:30 बजे पदयात्रा जब किसी वार्ड में पहुंचती है तो करीब 4 से 5 घंटे तक वार्ड की गलियों में मोहल्लों में घर-घर जाती हैं. धारीवाल लोगों का हालचाल पूछते हैं अभिवादन स्वीकार करते हैं और आगे बढ़ जाते हैं. युवा धारीवाल को फिटनेस आइकॉन मानते हैं. 

Advertisement

ये भी पढ़ें- भीलवाड़ा हत्‍याकांड : BJP की जांच समिति पीड़िता के घर पहुंची, सरोज पांडेय बोलीं - राजस्‍थान में महिलाओं की हालत खराब

बेटे अमित धारीवाल को लड़ा सकते हैं चुनाव
अपनी 50 साल की कांग्रेस की राजनीति में अब तक 9 चुनाव लड़ चुके यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल कई बार मंत्री रह चुके हैं. वह कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार हैं. लेकिन अगला विधानसभा चुनाव जो होने जा रहा है, उसमें वह अपने बेटे अमित धारीवाल को मैदान में उतार सकते हैं. धारीवाल का कहना है कि बेटा अमित धारीवाल भी कई सालों से जन सेवा के कार्यों के साथ पार्टी के कार्यो में जुटा हुआ है. पार्टी ने पीसीसी महासचिव की जिम्मेदारी भी दी है, मेरा आग्रह रहेगा कि शीर्ष नेतृत्व बेटे अमित धारीवाल को मौका दें. बाकी पार्टी से जो आदेश होगा वो हमेशा के तरह मेरे लिए सर्वमान्य होगा. 

Topics mentioned in this article