Rajasthan News: राजस्थान के बारां जिले का आज स्थापना दिवस है. वर्ष 1991 में अस्तित्व में आए इस जिले को आज पूरे 33 साल हो गए हैं. इससे पहले बारां का नाता कोटा से रहा है. 1991 में कोटा से बारां को अलग करके नया जिला बनाया गया था. ये जिला तीन और से तीन प्रमुख नदियों की सीमाओं से घिरा हुआ है. पूर्व में पार्वती, पश्चिम में परवन नदी तो उत्तर में कालीसींन्ध नदी है. बारां जिले में अपार पुरातत्व सम्पदा का खजाना है, जहां कई प्राचीन प्रतिमाओं का अंबार लगा हुआ है.
अन्नपूर्णा नगरी के नाम से पहचान
कोटा जिले से बारां को अलग होने पर अन्नपूर्णा नगरी के नाम से पहचान मिली है और यहां के पैदा होने वाले चावल दूर दराज तक पहुंचते हैं. बारां जिले के पूर्व व दक्षिण में मध्यप्रदेश की सीमा छूती है तो पश्चिम में झालावाड़ जिले व उत्तर में कोटा जिले की सीमाओं का आलिंगन है. हालांकि बारां जिले में चार विधानसभाए हैं व वर्तमान में लगभग 10 लाख मतदाता हैं. हालांकि अभी भी बारां का अलग से कोई लोकसभा क्षेत्र नहीं है. यह झालावाड़-बारां लोकसभा क्षेत्र के नाम से ही जाना जाता है.
जिले में निकाली गई वोट बैंक बारात
आज बारां जिले का स्थापना दिवस है, जिसके उपलक्ष में बारां जिला मुख्यालय पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. बारां जिला स्थापना दिवस की 33वीं वर्षगांठ पर आज बुधवार को बारां जिला मुख्यालय पर गाजे-बाजे के साथ वोट बारात शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियों व झांकियों से आमजन को आगामी लोकसभा चुनाव में मतदान के माध्यम से अधिकाधिक संख्या में भागीदारी के लिए प्रेरित किया गया. बारां जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, बारां जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी सहित जिले के पदाधिकारी जिला स्थापना दिवस आयोजन के तहत डोल मेला मैदान स्थित प्यारेरामजी मंदिर में पहुंचकर पूजा व आरती की गई. इसके पश्चात यहां से वोट बारात (शोभायात्रा) प्रारंभ हुई, जो धर्मादा चौराहा, प्रताप चौक होते हुए श्रीराम स्टेडियम पहुंचकर समाप्त हुई.
शोभायात्रा में पुलिस बैंड की प्रस्तुति
वोट बारात में स्वीप कार्यक्रम के तहत झांकियां व शुभंकर मतू के वेश में घुड़सवार शामिल हुए. साथ ही पुलिस बैंड ने भी प्रस्तुति दी. चांचोड़ा के प्रसिद्ध कलाकारों ने चकरी तथा अंता के कलाकारों द्वारा कच्छी घोड़ी नृत्य का प्रदर्शन किया गया. बारां जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने बताया कि जिला स्थापना दिवस के आयोजनों को भव्यता देने के प्रयास किए गए हैं. उन्होंने आमजन से इस आयोजन में सम्मिलित होकर जिले के गौरव को आगे बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया है. आयोजन के नोडल अधिकारी व सीईओ रामावतार गुर्जर ने बताया कि वोट बारात में स्वीप गतिविधियों के माध्यम से आमजन को आगामी चुनाव में शत प्रतिशत मतदान का संदेश दिया गया है, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, छात्र, शिक्षक, सफाई कर्मी, खिलाड़ी दिव्यांग, एनएसएस कार्यकर्ता व स्काउट गाइड सहित आमजन की बड़ी संख्या में भागीदारी रही.
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