Uses of a Soap: जो साबुन की टिकिया हमारे शरीर को साफ करने का काम करती है और हमें फ्रेश रखती है, उसी को हम और भी कामों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. बल्कि बॉडीवाश (Bodywash) और हैंडवाश (Handwash) आने के बाद से कई बार इन साबुनों (Soaps) का इस्तेमाल भी नहीं हो पाता है और ये पड़े-पड़े एक्सपायर हो जाते हैं. मगर इन 5 तरीकों से आप इन एक्सपायर साबुन की टिकियों को भी उपयोग में ले सकते हैं.
इन 5 तरीकों से करें साबुन का इस्तेमाल (Use Soap in these 5 ways)
1. जूतों की बदबू को करें दूरपूरे दिन पहनने के कारण अकसर हमारे जूतों (Shoes) से बदबू आने लगती है. जूतों से पसीने की बदबू हटाने के लिए आप इनमें पूरी रात साबुन की टिकिया रखकर छोड़ना होगा. साबुन बदबू को सोख लेता है और अपनी खुशबू छोड़ता है. साबुन को पूरी तरह खोलकर जूतों में न रखें, बल्कि ध्यान रखें की ये थोड़ा सा कवर हो.
हर साबुन में किसी ना किसी तरह की खुशबू (Fragrance) मिली हुई होती है. साबुन की टिकिया को अलमारी (Cupboard) में रखना सबसे बेहतर विकल्प है. खासकर उन अलमारियों में जिनमें आपके कपड़े पड़े हो. इससे अलमारी में एक फ्रेशनेस बनी रहेगी और कपड़े भी अच्छे महकेंगे. इसे अपने अंडरगार्मेंट्स (Undergarments) वाले ड्रॉअर में रखे. मॉइश्चर (Moisture) के कारण साबुन गल भी सकता है इसलिए ध्यान रखें कि आपके अलमारी में मॉइश्चर न हो.
3. इंसेक्ट बाइट के दर्द से राहतकीड़ों के काटने से कई बार दर्द और जलन होता है. इस हाल में एंटीसेप्टिक क्रीम (Antiseptic Cream) लगाने की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर आपके पास एंटीसेप्टिक क्रीम नहीं है तो आप उसकी जगह साबुन में थोड़ा पानी लगाकर काटने वाली जगह पर रगड़ सकते हैं. इससे कुछ ही देर में दर्द और जलन से राहत मिलेगी. लेकिन इसे छिले-कटे पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.
अगर आपके पास घर में रूम प्रेशनर (Room Freshener) नहीं है तो आप एक साबुन के टिकिए को भी रूम प्रेशनर बना सकते है. इसके लिए एक टिशू पेपर में कवर करके साबुन को किसी टेबल टॉप पर रख दें. टिशू पेपर में एक-दो छेद भी कर दें. ध्यान रखें की आपने जहां साबुन को रखा है वहां उसके गलने का खतरा न हो.
5. नेचुरल बग रिपेलेंटसाबुन की टिकिया छोटे पौधों के लिए एक नेचुरल बग रिपेलेंट (Bug Repellant) के रूप में भी काम आ सकती है. खासतौर से इनडोर प्लांट्स के लिए यह बेस्ट विकल्प है. बस साबुन की आधी टिकिया को अच्छे से ग्रेट करके पानी में मिला लें. इसके बाद इसे अच्छे से घोलकर स्प्रे बॉटल में भर लें और पौधों पर छिड़क दें. ध्यान दें कि तैयार घोल में पानी ज्यादा हो और साबुन की मात्रा कम हो.(प्रस्तुति-अंकित श्वेताभ)
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.