Benefits of Yoga: नवरात्रि में जहां एक ओर आप व्रत रखकर अपने शरीर को स्वस्थ बना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन करने से आपके शरीर में तेल और घी की मात्रा पहुंच जाती है जो आपके शरीर के लिए घातक साबित हो सकती है. ऐसे में योग एक ऐसा जरिया है जिससे आप अपने शरीर को कभी भी लचीला बना सकते हैं.साथ ही व्रत की थकान भी दूर होगी और आप हमेशा तरोताजा महसूस करेंगे. इसके साथ ही कई ऐसे योगासन (yoga asanas) हैं जिन्हें करके आप अपने पेट की चर्बी को मक्खन की तरह पिघलाकर उसे टोंड शेप में ला सकते हैं.तो चलिए जानते हैं उन 5 योगासन के बारे में जो आपको हॉट और फिट बॉडी देंगे.
पेट की चर्बी कम करने के लिए कुछ बेहतरीन योगासन
सूर्य नमस्कार(Surya Namaskar): यह आसन पूरे शरीर को एक बेहतरीन व्यायाम देने का अच्छा तरीका है. यह आपके शरीर को लचीला बनाता है और आपके पाचन को स्वस्थ रखता है. आप इसे कभी भी कर सकते हैं. इसमें 12 आसन हैं.इसे करने से पहले लगभग 12 घंटे तक कुछ भी नहीं खाना चाहिए. इसे हमेशा पूर्व दिशा में करना चाहिए.। इससे शरीर को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है.
त्रिकोणासन (Trikonasana): इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों के बीच 3-4 फीट की दूरी रखें, दाएं एड़ी को बाएं पैर के बीच में रखें. सांस अंदर लें, अपने हिप्स को दाईं ओर मोड़ें और बाएं हाथ को ऊपर की ओर और दाएं हाथ को नीचे की ओर बढ़ाएं. इसके बाद सामने वाले घुटने को सीधा करें, फिर हिप्स को पीछे की ओर धकेलें और बाईं ओर पार्श्व खिंचाव बनाए रखें. यह आसन आपके शरीर को संतुलित रखने में मदद करता है और आपके पेट चर्बी (Belly Fat) को कम करता है.
भुजंगासन(Bhujangasana): इस आसन को करने के लिए सबसे पहले आपको योगा मैट पर पेट के बल लेटना है और अपने दोनों पैरों के पंजों और एड़ियों को आपस में मिलाना है. इसके बाद दोनों हथेलियों को छाती के सामने ज़मीन पर रखें. अब सांस लेते हुए हथेलियों पर दबाव डालें और पेट को सिर, छाती और नाभि तक ऊपर उठाएं. इस स्थिति में आसमान की ओर देखें। गर्दन को सीधा रखें. यह आसन आपकी पीठ और कंधों को मजबूत बनाता है और आपके पेट को टोन करता है.
वृक्षासन (Vrikshasana): वृक्ष मुद्रा (TreePose ) एक खड़े होकर किया जाने वाला योग मुद्रा है जो आपके संतुलन, स्थिरता और ध्यान को एक साथ चुनौती देता है. इस मुद्रा में, आप एक पैर के तलवे को अपने खड़े पैर के अंदर दबाते हैं और अपनी बाहों को अपने ऊपर लाते हैं, जिससे एक पेड़ का आकार बनता है.यह मुद्रा आपके संतुलन को बेहतर बनाती है और आपके पैरों को मजबूत बनाती है.
पश्चिमोत्तानासन(paschimottanasana): पश्चिमोत्तानासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर अपने पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं. इसके बाद गहरी सांस लें, अपनी रीढ़ की हड्डी को लंबा करें और धीरे-धीरे सांस छोड़ें. ध्यान रखें कि सांस छोड़ते समय कमर से नहीं बल्कि कूल्हों से झुकें और अपने हाथों को अपने पैरों की तरफ ले जाएं. यह आसन आपके पेट और जांघों की चर्बी को कम करता है और आपकी रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है.