Chaitra Navratri 2024 Day-1: चैत्र नवरात्रि के पहले दिन जयकारों से गूंजा मां का दरबार, मंदिरों में लग गया श्रद्धालुओं का रेला

Chaitra Navratri 2024: चैत्र नवरात्रों का हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व है, यह नवत्रात्रि आस्था और भक्ति के साथ कठिन साधना वाले होते है, जिसमे माता रानी के भक्त घर-घर घटस्थापना करते हुए माता रानी की चौकियां सजाते हैं और कठिन व्रत रखकर 9 दिनों तक पूजा-पाठ करते है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मंदिरों में लगा भक्तों का मेला

First Day of Chaitra Navratri: चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा यानी पहले दिन राजस्थान के विभिन्न मंदिरों में भक्तों का जनसैलाब देखा गया, जहां मां के जयकारों के साथ उमड़े भक्तों ने मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने पहुंचे. नवरात्रि के पहले दिन मां के दरबार में पहुंचे भक्तों ने मां शक्ति की विधि-विधान से पूजा के बाद शुभ मुहूर्त में घटस्थापना की,

कुल 9 दिनों तक चलने वाले चैत्र नवरात्रि के व्रती फलाहार रह मां दुर्गा की उपासना करना करते हैं. 9 अप्रैल से 17 अप्रैल तक चलने वाले चैत्र नवरात्रि का समापन महानवमी के दिन होगा. कुल 9 दिन भक्त मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा करते हैं.

टोंक में माता की चौकी सजाकर नवरात्रि घर में भी बिठाते हैं भक्त

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रथमा को टोंक में भक्त माता की चौकी सजाकर नवरात्रि घर में भी बिठाते है. टोंक में नवरात्रि के पहले दिन कंकाली माता मंदिर में माता रानी के भक्तों की भीड़ उमड़ी और भक्तों ने आरती में पंहुचकर अपनी अर्जी लगाई. टोंक के विभिन्न मंदिरों में इन नौ दिनों में मातारानी की पूजा-अर्चना के साथ भक्तों की भीड़ उमड़ेगी.

चैत्र नवरात्रों का हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व है, यह नवत्रात्रि आस्था और भक्ति के साथ कठिन साधना वाले होते है, जिसमे माता रानी के भक्त घर-घर घटस्थापना करते हुए माता रानी की चौकियां सजाते हैं और कठिन व्रत रखकर 9 दिनों तक पूजा-पाठ करते है.

मां के दरबार में उमड़ा भक्तों का सैलाब

अजमेर में मां शक्ति की भक्ति में मंदिरों में उमड़ा जन सैलाब

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन अजमेर में मां शक्ति की भक्ति में भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचे. सुबह-सुबह मां के जयकारों से गुंजायमान हुए मंदिर में भक्तों ने मां की पूजा की. अजमेर के बजरंगगढ़ चौराहे पर स्थित अंबे माता मंदिर पर लगा तांता देखा गया. हाथों में नारियल, फूल ,रोली, मोली व प्रसाद लेकर मंदिर पहुंचे श्रद्धालुओं ने विधिवत पूजा-अर्चना की.

बांसवाड़ा स्थित त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में सुर्योदय से पहले पहुंच गए श्रद्धालु

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन बांसवाड़ा जिले में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ त्रिपुरा सुंदरी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई. यहां भक्तों का सूर्योदय की बेला से ही आने का सिलसिला शुरू हो गया. पहले दिन मां शैलपुत्री स्वरूपा माता रानी के चरणों में शीश नवाकर भक्तों ने सुख-समृद्धि की कामना की. 

Advertisement

चैत्र नवरात्रि पर घट स्थापना का मुहर्त 

पंडित पवन सागर के मुताबिक मंगलवार से शुरू हुए चैत्र नवरात्रों में घट स्थापना का पहला शुभ मुहर्त सुबह 5 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 44 मिनट तक है, जबकि दूसरा शुभ मुहर्त 11 बजकर 56 मिनट से 1 बजकर 47 मिनट तक है. इस चैत्र नवरात्रि में 16 अप्रैल को अष्ठमी की पूजा होगी और 17 अप्रैल को नवमी की पूजा की जाएगी.

चैत्र नवरात्रि पर मार्केट में सज गए मिट्टी के बर्तन की दुकानें

नवरात्रों में 9 दिनों तक पूजा-अर्चना के बाद अष्ठमी ओर नवमी को कन्या पूजन और भोजन कराकर नवरात्रों की पूर्णावती होती है. इस दौरान बाजारों में मिट्टी के कलश,बजौरा, कुंडे, पोशाक, माता की चुनरी,माला और नारियल-प्रसाद की दुकानें सज गई हैं,जहां व्रतियों की भीड़ से पूरा मार्केट सराबोर है.

Advertisement

ये भी पढ़ें-Chaitra Navratri 2024: 9 अप्रैल से शुरू हो रही है चैत्र नवरात्रि, 9 दिनों तक चलेंगे व्रत, जानें पूजा और घटस्थापना का शुभ मुहूर्त ?