Padma Sri: गणतंत्र दिवस से पहले केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कार (Padma Award) का ऐलान कर दिया है. वहीं, पद्म श्री (Padma Sri) पुरस्कार के लिए 34 नामों को सलेक्ट किया गया है. जिसमें एक नाम जानकी लाल का है जो राजस्थान के रहने वाले हैं. राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले जानकी लाल को पद्म श्री अवार्ड 2024 के लिए चयनित किया गया है. जानकी लाल (Janakilal) को भीलवाड़ा के बहरूपिया बाबा के नाम से भी जाना जाता है. चलिए आपको 81 साल के जानकी लाल जी के बारे में बताते हैं.
कौन हैं पद्म श्री पुरस्कार पाने वाले राजस्थान के जानकी लाल
जानकी लाल की उम्र 81 साल की है और वह भिलवाड़ा के रहने वाले हैं. उन्होंने लोग भीलवाड़ा के बहरूपिया बाबा के नाम से जानते हैं. क्योंकि वह एक बहरूपिया कलाकार है. बहरूपिया कला मौजूदा दौर में एक विलुप्त होती कला शैली है. लेकिन जानकी लाल के पास बहरूपिया कला की महारत हासिल है. वह वैश्विक दर्शकों को इस लुप्त होती कला शैली से करीब 6 दशक यानी 60 साल से भी ज्यादा वक्त से दिखा रहे हैं.
जानकी लाल ने 3 पीढ़ियों की विरासत को आगे बढ़ाया
बहरूपिया कला जानकी लाल को विरासत के रूप में मिला है. उनसे पहले तीन पीढ़ियां इस काम को करते थे. और उन्होंने इस काम को आगे बढ़ाया. बहरूपिया कला में जटिल रूप से पौराणिक कथाओं, लोक कथाएं और पारंपरिक कहानियों से अनेक पात्र बनाये जाते हैं. राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र में इस स्थानीय कला को बढ़ावा देने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया.
यह भी पढ़ेंः राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित होंगे राजस्थान के दो अफसर, इन 16 जवानों को मिलेगा अवार्ड
आर्थिक तंगी के बाद भी बहरूपिया कला को बढ़ाया आगे
जानकी लाल की तीन पीड़ियां बहरूपिया कला को आगे बढ़ाया है. हालांकि अब यह विलुप्त होते जा रहा है. उनकी पारंपरिक कला विलुप्त न हो इस वजह से आर्थिक तंग और सीमितता का सामना करने के बावजूद उन्होंने अपनी कला के प्रति प्रतिबद्धता और जुनून जारी रखा.
जानकी लाल के इसी जज्बे को सरकार ने सम्मानित किया है और उन्हें पद्म श्री 2024 का पुरस्कार घोषित किया है.
यह भी पढ़ेंः कौन हैं राजस्थान की बेटी दुर्गेश कंवर, जो दिल्ली में रिपब्लिक डे परेड में होगी शामिल