राजस्थान के मंदिरों से दानपात्र से लाखों की धनराशि प्राप्त होने का रिवाज रहा है. चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ के दानपात्र से लाखों रुपए की धनराशि प्राप्त होती रही है. प्रदेश के अन्य शहरों में स्थित मंदिरों में भी श्रद्धालु खूब धन दान करते हैं. शनिवार को सिरोही जिले के सारणेश्वरजी धाम के दो दानपात्र खोले गए. जिससे 10 लाख से अधिक की राशि प्राप्त हुई. बताया गया कि दान पात्र खोले जाने के बाद दान राशि की गिनती की प्रक्रिया करीब 6 घंटे तक चली.
मिली जानकारी के अनुसार तहसीलदार सिरोही अपूर्व गौतम के अनुसार श्री सारणेश्वरजी महादेव मंदिर सिरोही परिसर में विभागीय आदेशों के अनुसार दो दान पात्रों को खोला गया था. दान पात्रों में मिली धनराशि की गिनती की प्रक्रिया करीब 6 घंटे तक चली. इस गिनती में 10 लाख 26 हजार 377 की धनराशि मिली.
बताया गया कि उक्त धनराशि देवस्थान बोर्ड सिरोही के प्रतिनिधि रमेश चंद्र भट्ट को दे दी गई. इस दौरान सिरोही के पूर्व राजपरिवार के रघुवीर सिंह देवड़ा भी मौजूद रहे. सुरक्षा की दृष्टि से सिरोही कोतवाली और पुलिस विभाग का भारी जाप्ता मौजूद रहा.
जबकि दान पात्र में की राशि गिनते समय राजस्व टीम में सहायक लेखा अधिकारी ईश्वर सिंह राठौड़, बद्रीनारायण पटेल, कैलाश गर्ग, बड़ा राम कुमार, भू अभिलेख निरीक्षक छगनलाल पटेल, ऑफिस कानूनगो सुरेंद्र सिंह गोहिल, जीतू सिंह बारहट, सीताराम मेघवाल, गौरी शंकर पटवारी, विष्णु राम दबी, देवाराम देवासी, रणजीत सिंह मौजूद रहे.
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