Girl Burnt Alive in Karauli: 11 साल की मूक-बधिर बच्ची को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने का मामला सामने आने के बाद राजस्थान में कानून-व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं. करौली (Karauli) जिले की दिल दहलाने वाली घटना के 11 बाद भी आरोपी अभी तक गिरफ्तार नहीं हो सके हैं. बच्ची की मौत के बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा है. जो सोशल मीडिया से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajan Lal Sharma) से सवाल करते हुए उनका इस्तीफा मांग रहा है. इस बीच बुधवार को भरतपुर रेंज के आईजी राहुल प्रकाश (Bharatpur IG Rahul Prakash) ने घटनास्थल का दौरा करने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए इस मामले में अभी तक हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी.
भरतपुर आईजी ने प्रेस कॉफ्रेंस में क्या कुछ बताया
बुधवार को आईजी राहुल प्रकाश ने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस टीम के साथ-साथ मैं खुद भी घटनास्थल पर गया था. जहां बच्ची के परिजनों से बातचीत की गई है. उनकी जो शंकाएं थी उसे सुना गया है. इसके अनुसंधान के लिए विशेष जांच टीम बनाने की जरूरत है. मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया जाएगा. आज ही इसका आदेश जारी कर दिया जाएगा.
दुष्कर्म की आंशका पर IG ने कहा कि अभी इस पर कुछ भी स्पष्ट रूप से कह पाना सही नहीं होगा. एफआईआर में भी इसकी बात नहीं की गई है. बच्ची के बयान में भी ऐसी कोई सूचना नहीं है. आईजी ने बताया कि अभी इस मामले में किसी की गिरफ्तार नहीं हुई है. लेकिन जांच बहुत तेजी से हो रही है. बहुत जल्द मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
बच्ची ने इशारों में ललित नामक व्यक्ति की पहचान की
पुलिस के अनुसार अभी तक बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है. मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि बच्ची को मोबाइल में 10-12 लोगों की फोटो दिखाने पर एक व्यक्ति की पहचान की थी. जिसका नाम बच्ची के परिजन ललित होना बता रहे हैं. बच्ची ने इशारों में बताया कि उसे पेट्रोल डालकर जलाया गया है. पुलिस फिलहाल आरोपियों की तलाश कर रही है. आईडी के बयान के अनुसार आज ही इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया जाएगा. अब देखना है कि पुलिस बच्ची से दरिंदगी करने वाले हैवानों को कब तक सलाखों क पीछे ला पाती है.
'पिता की शिकायत पर FIR नहीं'
पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली मृतक बालिका के पिता ने आज सीएम के नाम उप जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों को जल्द गिरफ्तार करके सख्त कार्रवाई करने की मांग की. पीड़ित पिता ने ज्ञापन में लिखा, 'मैंने हिंडौन सिटी के नई मंडी पुलिस थाने में 11 मई 2024 को शिकायत दी थी, और पुलिस को बताया था कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने मेरी बेटी को जिंदा जला दिया, और उसे घर से कुछ दूरी पर जली हुई अवस्था में छोड़कर फरार हो गए हैं.
इसके बाद हमनें इलाज के लिए बेटी को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई. घटना के दौरान बदमाश व्यक्तियों ने मृतका के प्राइवेट पार्ट्स को भी बुरी तरह से जला दिया था. मगर पुलिस ने मेरी रिपोर्ट दर्ज नहीं की. लेकिन उनके द्वारा ही रिपोर्ट दर्ज की गई.
राजस्थान में 11 साल की मूक-बधिर बच्ची को जिंदा जलाने की घटना का पूरा घटनाक्रम
मिली जानकारी के अनुसार 11 साल की मूक-बधिर बच्ची को जिंदा जलाने की घटना करौली जिले के हिंडौन में 9 मई की है. 9 मई की सुबह 9 से 10 बजे के बीच घर के बाहर खेल रही 10 साल की मूक बधिर बच्ची को घर से 100 मीटर दूर खेत में पेट्रोल डालकर जला दिया गया था. जिसके बाद निर्वस्त्र बच्ची दौड़ती हुई अपने घर पहुंची थी और अपने ऊपर पानी डाल लिया. बच्ची ने मां को इशारों में समझाने की कोशिश कि दो लोग पटरियों की तरफ भाग गए. आग से बच्ची बुरी तरह से झुलस चुकी थी. घटना के बाद परिजन बच्ची को हॉस्पिटल लेकर पहुंचे.
पीड़ित परिवार मूलरूप से गंगापुर सिटी जिले टोडाभीम का रहने वाला है. करौली जिले के नई मंडी थाना क्षेत्र में किराए पर रहता है. घटना 9 मई सुबह करीब 10 बजे की है. घर के पास ही खेत में से बच्ची झुलसी हुई अवस्था में दौड़ती हुई घर आई थी. जिसे परिजनों द्वारा हिंडौन सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया.
बच्ची की हालत नाजुक थी, लिहाजा 9 मई को ही बच्ची को जयपुर SMS रेफर कर दिया गया था. जहां 14 मई को शाम करीब 6.30 बजे मूक बधिर एक्सपर्ट द्वारा बच्ची के बयान रिकॉर्ड किए गए हैं. 20 मई को इलाज के दौरान मौत होने के बाद 21 मई को पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया. अब यह मामला तुल पकड़ चुका है.
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