चलती ट्रेन में 3 साल के मासूम को लावारिस छोड़ा, जेब में मिली चिट्ठी, लिखा था- जिसे भी मिले अनाथालय छोड़ दें

दिल्ली-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन से तीन साल का एक मासूम लावारिस हालत में मिला है. मासूम के जेब से एक चिट्ठी मिली है, जिस पर लिखा है- जिस सज्जन को भी यह बच्चा मिले वो उसे अनाथालय में छोड़ दें.

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चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर में ट्रेन से मिला लावारिस बच्चा.

राजस्थान से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां चलती ट्रेन में तीन साल के मासूम को किसी ने लावारिस हालत में छोड़ दिया. बच्चे के पास से एक बैग मिला है. जिसमें एक चिट्ठी भी मिली. चिट्ठी में लिखा है- जिस सज्जन को यह बच्चा मिले, इसे अनाथालय में छोड़ दें. भगवान आपका भला करेंगे. हैरान करने वाली यह घटना राजस्थान के चूरू जिले से सामने आई है. यहां दिल्ली-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन से उस बच्चे को आरपीएफ के जवानों ने बरामद किया. 

बच्चे के बैग में दो जोड़ी कपड़े, बिस्किट और चिप्स मिले

मासूम बच्चे के बैग में उसके दो जोड़ी कपड़े, बिस्किट, चिप्स, खाने की चीजें मिली. मासूम की जेब में कागज का टुकड़ा भी मिला. कागज के टुकड़े पर लिखा- जिस सज्जन को यह बच्चा मिले, इसको अनाथालय में छोड़ दे, भगवान आपका भला करेगा. RPF ने चूरू स्टेशन से मासूम को अपने कब्जे में लिया. अभी बच्चे को नंद गृह में रखा गया है. 

चाइल्ड हेल्पलाइन सेंटर में कॉपी पर लिखता बच्चा.

चिट्ठी में लिखा था- अनाथालय छोड़ दें, भगवान भला करेंगे

छोटे से बैग के साथ इस नन्हे से बालक को आरपीएफ ने चूरू रेलवे स्टेशन से रेस्क्यू किया है. मासूम की जेब में मिले कागज के टुकड़े पर उसके अपनों ने ही इसके भाग्य का फैसला लिख दिया कि- जिस सज्जन को यह बच्चा मिले, इसको अनाथालय में छोड़ दे, भगवान आपका भला करेगा. चिट्ठी में यह भी लिखा है कि इस बच्चे का दुनिया में कोई नहीं है.   

ट्रेन में लावारिस मिले बच्चे की जेब से मिली चिट्ठी.

स्टेशन से बच्चे को लाया गया चाइल्स हेल्पलाइन ऑफिस

चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना अधिकारी पन्ने सिंह ने बताया कि मंगलवार सुबह साढे चार बजे आरपीएफ ने सूचना दी कि दिल्ली-बीकानेर एक्सप्रेस ट्रेन में एक 3 साल का बालक लावारिस हालत में मिला है. जिस पर टीम सहित मौके पर पहुंचे और बालक का रेस्क्यू कर चाइल्ड हेल्पलाइन ऑफिस लाया गया.

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