Rajasthan Rain: राजस्थान में बारिश का दौर जारी है. बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. कई जिलों में आवासीय कॉलोनियां पानी में डूब गई है. सड़कों पर पानी की इतनी तेज धार चल रही है कि कार तक बह जा रहे हैं. जोधपुर, बीकानेर, बूंदी, जयपुर, कोटा सहित अन्य जिलों के कई इलाकों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए है. जोधपुर में रेलवे ट्रैक पर पानी चढ़ आने के कारण रेल यातायात प्रभावित हो रही है. जोधपुर में केरला-पाली-बोमादड़ा यार्ड में जल भराव हो गया है. इस कारण उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर रेल मंडल के केरला-पाली सेक्शन से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी गई है.
केरला-पाली-बोमादड़ा ट्रैक से आवाजाही ठप
डीआरएम पंकज कुमार सिंह ने बताया कि भारी बरसात के कारण जोधपुर मंडल के केरला-पाली-बोमादड़ा के बीच पटरियों पर पानी भर जाने से रेल यातायात पूरी तरह से ठप रहा. रेल प्रशासन द्वारा केरला-पाली सेक्शन पर युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है. बाधित सेक्शन में डूबी रेल पटरियों का पानी की निकासी के लिए स्थानीय जिला प्रशासन के सहयोग से प्रयास जारी है. ताकि रेलवे निर्धारित समय पर गाड़ियों का संचालन किया जा सके.
4 ट्रेनें रद्द, 9 आंशिक रद्द और 14 का मार्ग परिवर्तित
डीआरएम ने आगे बताया कि जल भराव, पटरियां पानी में डूब जाने और कुछ जगहों पर संकड़े रास्तों के कारण पटरियों दुरुस्त करने व राहत कार्य में जुटे सैकड़ों कर्मचारियों ने विभिन्न मशीनों के माध्यम से इस कार्य को निर्धारित समय अवधि में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है. रेलवे प्रशासन द्वारा सोमवार से हुई तेज बारिश से केरला-पाली यार्ड में जल भराव के कारण 4 ट्रेनें रद्द, 9 आंशिक रद्द और 14 ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित किए गए तथा बिलाड़ा पीपाड़ रेलखंड में भी पटरियों पर जल भराव होने के कारण 6 ट्रेनों को रद्द किया गया है.
डीआरएम ने बताया कि केरला-पाली सेक्शन, पाली शहर में बारिश के दौरान औद्योगिक क्षेत्र का पानी रेलवे ट्रैक को क्रॉस करता है जिसके कारण रेल पटरियों पर पानी भर जाता है तथा स्टेशन के पास रोड साइड पर बने डिवाइडरों से भी जल भराव होने की स्थिति में डिवाइडरों को हटाया गया इसके बाद रेलवे ट्रैक से पानी की निकासी की गई.
हाईवे और पटरी से पानी निकासी के पाइप किए जा रहे क्लियर
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा पानी की निकासी के लिए जगह-जगह पाइप लगे थे, जिनमें कुछ अवरुद्ध पाइपों को खोला गया. इसके बाद नेशनल हाईवे के पास डूबे हुए ट्रैक को स्थानीय लोगों की मदद से जगह-जगह छोटे रास्ते बनाकर पानी की निकासी की गई. रेल पटरियों पर जल भराव न होने की स्थिति में जिला प्रशासन से संपर्क किया गया. रेल पटरियों के नीचे पानी के निकास हेतु नाला जा रहा है, जो छोटा हैं. जिसे ओर बड़ा बनाने की आवश्यकता है जिला प्रशासन से वार्तालाप कर पटरियों के नीचे छोटे नाले को बड़ा बनाने के लिए जिला प्रशासन को इस समस्या से अवगत करवाया गया.
बोमादड़ा में 18 बसों से ढोए गए रेल यात्री
भारी बारिश और पाली मारवाड़-मारवाड़ जंक्शन सेक्शन में 2 ट्रेनों को बोमादड़ा और 1 ट्रेन को पाली में शॉर्ट टर्मिनेट किया गया. फंसे हुए यात्रियों को बसों के माध्यम से जोधपुर ले जाया गया. रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधा हेतु बोमादड़ा में कुल 18 बसों की व्यवस्था की गई, जिसमें इन बसों में 1380 यात्रियों को जोधपुर पहुंचाया गया.
सोमवार सुबह से मोर्चा संभाले रहे डीआरएम
उल्लेखनीय है कि केरला-पाली रेलखंड बाधित होने की जानकारी मिलने के बाद सोमवार अल सुबह राहत कार्य शुरू कर दिए गए थे खुद मंडल रेल प्रबंधक पंकज कुमार सिंह साइट पर पहुंचे और प्रभावित रेलवे ट्रैक का जायजा लिया. उनके साथ संभागीय उच्च अधिकारी और अन्य इंजीनियर पूरे समय प्रभावित स्थलों पर ही डटे रहे.
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