गलियारा, बालकनी और बरामदे में लगा दिए 5 हजार पौधे, अनूठे जज़्बे से घर को बना दिया 'हाउस ट्री '  

Rajasthan: मदन मोहन दाधीच के इस मकान को क्षेत्र के लोग ट्री हाउस के नाम से जानते हैं, क्योंकि पूरे मकान में जहां भी आपकी नजर जाएगी, चाहे वह गलियारा हो, बालकनी हो, बरामदा हो या फिर छत, आपको हर जगह केवल पौधे ही पौधे नजर आएंगे.

Advertisement
Read Time: 3 mins

House Tree In Didwana: डीडवाना के मदन मोहन दाधीच नाम के एक ऐसे शख्स हैं, जिनमें पर्यावरण संरक्षण का अनूठा जज्बा है. मदन मोहन दाधीच ने पौधारोपण को ही अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है और अब तो उन्होंने अपने घर को ही ट्री हाउस में बदल दिया है. मात्र 1900 स्क्वायर फीट के अपने इस घर में मदन मोहन दाधीच ने 5,200 पौधों का हरा भरा गार्डन विकसित कर दिया है. यही नहीं उन्होंने पौधों के रूप में हिंदू संस्कृति के प्रतीकों को भी उकेरा. 

गलियारा,बालकनी बरामदा हर जगह पौधे ही पौधे 

आपने अलग-अलग किस्मों के फूलों और हरे-भरे पौधों से सजे खूबसूरत बाग-बगीचे खूब देखे होंगे. इन बगीचों में खिलखिलाते रंग बिरंगे फूल और पौधे न केवल पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभाते हैं, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता को भी बढ़ाते हैं. लेकिन आपको जो पौधे और फूल नजर आ रहे हैं, उनका प्लांटेशन किसी गार्डन में नहीं, बल्कि एक मकान में किया गया है. मात्र 1900 स्क्वायर फीट के इस मकान में मदन मोहन दाधीच ने अपनी कड़ी मेहनत से 5200 पौधे लगाने का कमाल कर दिखाया.

Advertisement

कड़ी मेहनत से 5200 पौधे लगाने का कमाल कर दिखाया

पूरे घर को बना दिया हाउस ट्री 

तस्वीरों में आपको जो मकान नजर आ रहा है, यह डीडवाना के पाढ़ाय माता मंदिर के पास रहने वाले सुंदरलाल बहड़ और मदन मोहन दाधीच का है. इस मकान को क्षेत्र के लोग ट्री हाउस के नाम से जानते हैं, क्योंकि पूरे मकान में जहां भी आपकी नजर जाएगी. चाहे वह गलियारा हो, बालकनी हो, बरामदा हो या फिर छत, आपको हर जगह केवल पौधे ही पौधे नजर आएंगे. अपने इस ट्री हाउस में उन्होंने विभिन्न किस्म के पौधे, फ्लावर और बेलें लगाई है. वहीं घर में ही वे सब्जियां भी उगाने लगे हैं, जिनका उपयोग में अपने घर के भोजन में करते हैं.

Advertisement

धार्मिक प्रतीकों को पौधरोपण का एक जरिया बनाया

इन पौधों की देखभाल घर के सभी सदस्य मिलकर करते हैं. घर के 3 साल के बच्चे से लेकर 94 साल के बुजुर्ग सुंदरलाल बहड़ भी पौधों की देखभाल अपने परिवार के सदस्यों की तरह करते हैं. मदन मोहन दाधीच लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित भी करते हैं.

Advertisement

इसके लिए उन्होंने धार्मिक प्रतीकों को पौधरोपण का एक जरिया बनाया है, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण के लिए प्रेरित हो, इसके लिए मदन मोहन दाधीच ने हिंदू संस्कृति के प्रतीक त्रिशूल, ओम, स्वास्तिक, नवग्रह, सोलस मातृिका, शिवलिंग, सूर्य और चंद्रमा जैसी आकृतियां पौधों से उकेरी है. 

यह भी पढ़ें - जयपुर में 20 हजार KG मिलावटी रसगुल्ले जब्त, बदबू से भरा था कारखाना, चाशनी और दूध में तैर रहे थे कीड़े