सिंघम स्टाईल में चलती गाड़ी से कूदा जवान और फिर की ताबड़तोड़ फायरिंग, देखें पुलिस का ये हैरतअंगेज वीडियो

जोधपुर ग्रामीण की पुलिस टीम द्वारा आज 'वार्षिक फायरिंग प्रशिक्षण' का 'गोलासनी फायरिंग रेंज' में अभ्यास गया. गुरुवार को हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जोधपुर रेंज के सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने आधुनिक हथियारों को चलने का अभ्यास किया.

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पुलिस अधीक्षक अपनी टीम के साथ.

Jodhpur Annual Firing Training- 2024: रोहित शेट्टी की फिल्म सिंघम में अजय देवगन का चलती गाड़ी से उतरते हुए अपराधियों पर फायरिंग करने वाला सीन अल्टीमेट है. सिंघम को पुलिस पर बनी फिल्मों में सबसे पॉपुलर माना जाता है. इस फिल्म के बाद कई तेज-तर्रार पुलिस ऑफिसर को सिंघम कहा जाने लगा. आज सिंघम की फिल्म के उस अल्टीमेट सीन को जोधपुर में भी देखा गया. यहां जोधपुर पुलिस का एक जवान चलती हुई गाड़ी से कूदा और कुदते ही ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. 

इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसे देखकर पहली दफा तो ऐसा लगा मानो किसी फिल्म की शूटिंग चल रही हो, मगर यह किसी फिल्म या वेब सीरीज की शूटिंग का दृश्य नहीं बल्कि जोधपुर (ग्रामीण) पुलिस द्वारा 'गोलासनी फायरिंग रेन्ज' में पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के 'वार्षिक फायरिंग प्रशिक्षण' का नजारा है. 

हर साल होता है वार्षिक फायरिंग प्रशिक्षण

जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर (ग्रामीण) धर्मेन्द्र सिंह यादव ने बताया कि 'गोलासनी फायरिंग रेन्ज' पर जिला जोधपुर ग्रामीण के सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा 'वार्षिक फायरिंग प्रशिक्षण' किया जा रहा है. आज जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण ने स्वंय गोलासनी फायरिंग रेन्ज पर उपस्थित रहकर जिला विशेष टीम (डीएसटी) व क्यूआरटी के जवानों द्वारा विभिन्न प्रकार के आधुनिक हथियारों से वार्षिक फायरिंग का अभ्यास का निरीक्षण किया.

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यही कारण है कि जोधपुर की ग्रामीण पुलिस लाइन में जोधपुर ग्रामीण पुलिस की डीएसटी व क्यूआरटी (DST and QRT) टीम द्वारा 'वार्षिक फायरिंग ट्रेनिंग' का अभ्यास किया जा रहा है.

मॉक ड्रिल रियल लाईफ सिचुएशन पर आधारित 

इस दौरान टीमों द्वारा वास्तविक जीवन की परिस्थिति (रियल लाईफ सिचुएशन) में अपराधियों के दौड़ते हुए वाहन के टायर को रोकने व अपराधियों के साथ मुठभेड़ से निपटने का अभ्यास का किया गया. साथ ही टीमों द्वारा किये जा रहे रियल लाईफ सिचुएशन में अपराधियों पर त्वरित गति से कार्यवाही करने के गुर सिखाये गए.

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ये सब रहे मौजूद

वही आज के इस 'वार्षिक फायरिंग अभ्यास' के दौरान संचित निरीक्षक रमेश ढाका, डीएसटी प्रभारी श्री लाखाराम, उ.नि. जिला आर्मोरर नरेन्द्रसिंह, उ.नि., हवलदार मेजर धर्मेन्द्र भी मौजूद रहे. जिन्होंने टीम को सुरक्षा के गुर सिखाए. हालांकि पुलिस का यह अभ्यास हर साल किया जाता है लेकिन बदलते वक्त के साथ में जिस तरह से अपराधी अपग्रेड हो रहे हैं, उसी की तर्ज पर पुलिस भी अपने आप को अपग्रेड कर रही है ताकि अपराधियों से मुठभेड़ के समय उन्हें रोका जा सके.

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