Rajasthan News: देश की पश्चिमी सीमा पर शीतलहर और गणतंत्र दिवस के मद्देनजर बॉर्डर पार से लगातार मिल रहे थ्रेट और घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सुरक्षा बल द्वारा विशेष एक्सरसाइज ऑपरेशन 'सर्द हवा' आज से शुरू किया गया है. 19 जनवरी से शुरू हुआ यह ऑपरेशन 27 जनवरी तक चलेगा.
ऑपरेशन सर्द हवा के तहत BSF के सभी ब्रांच के अधिकारी जवान इस एक्सरसाईज में हिस्सा ले रहे हैं. इसमें सीमा पर हुए गैप्स को दुरुस्त किया जा रहा है और संवेदनशील स्थानों पर पेट्रोलिंग की जा रही है. सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को 4 लेयर में बांटा गया है. साथ ही गश्त व पेट्रोलिंग में भी इजाफा किया है.
क्यों चलाया जाता है ये ऑपरेशन?
रेगिस्तानी इलाकों में सर्दी व कोहरे के कहर को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल द्वारा किसी भी विपरित स्थितियों से निपटने के लिए ऑपरेशन सर्द हवा चलाया जाता है. यह अभियान हर साल चलाया जाता है. इस दौरान सीमा पार कड़ी निगरानी रखी जाती है. इन दिनों सीमावर्ती इलाकों में सर्दी का अधिक असर देखने को मिलता है. सर्दी के मौसम में देर रात से सुबह तक कोहरा भी छा जाता है, इसी कोहरे का फायदा उठाकर कोई घुसपैठ न हो इसके लिए बीएसएफ की ओर से ऑपरेशन सर्द हवा के तहत चौकस निगाहों के साथ ड्यूटी करते हैं.
ऑपरेशनल अलर्ट की हुई शुरुआत
इसी कड़ी में आज से ऑपरेशनल अलर्ट शुरू हुआ है, जिसमें सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है. साथ ही इस बार अत्याधुनिक हथियारों के साथ पेट्रोलिंग की जा रही है. अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीमा क्षेत्र में तारबंदी के निकट बीएसएफ के अधिकारी वाहनों के माध्यम से लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं. इस दौरान केमल पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है. ऑपरेशन अलर्ट के दौरान सीमा पर बीएसएफ की इंटेलीजेंसी विंग भी सक्रिय हो रही है. इसके अलावा अन्य खुफिया एजेंसियों से भी बीएसएफ का तालमेल रहता है और हर एक संदिग्ध गतिविधि पर नजर बढ़ा दी गई है.
सीमा पर जवानों की चौकस नजर
सूत्रो के अनुसार बीएसएफ में हैडक्वार्टर पर कार्यरत सभी ब्रांचों के जवानों व अधिकारियों को इस ऑपरेशन के तहत सीमा चौकियों पर लगाया गया है. जानकारों के मुताबिक, दुश्मन यहां घुसपैठ करने के लिए सक्रिय हो जाते हैं, लेकिन कठिन परिस्थितियों के अभ्यस्त सीमा प्रहरी सीमा पार से घुसपैठ कर देश की सीमा में किसी को नहीं घुसने देने के लिए हमेशा सतर्क और चौकन्ने रहते हैं.
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