विज्ञापन
Story ProgressBack

पोकरण में माउंटेन सिस्टम की टेस्टिंग, 48 KM की अचूक मारक क्षमता, पहाड़ों पर छिपने से कापेंगे दुश्मन

जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में परीक्षण के दौरान डेजर्ट स्ट्राइक से सैन्य हथियारों की गूंज से जमीन से लेकर आसमान तक थर्रा गए.

Read Time: 3 min
पोकरण में माउंटेन सिस्टम की टेस्टिंग, 48 KM की अचूक मारक क्षमता, पहाड़ों पर छिपने से कापेंगे दुश्मन
पोकरण में माउंटेन सिस्टम की टेस्टिंग

भारतीय सेना दुनिया की ताकतवर सेनाओं में से एक है. दुनिया की ताकतवर फोर्सेज में चौथे नंबर पर आने वाली भारतीय सेना लगातार अपग्रेड हो रही है. भारत सरकार भी बजट का बड़ा हिस्सा सेना पर खर्च कर रही है. जिसके बलबूते सेना के तीनों अंग थल, जल और वायु मजबूत हो रहे हैं. जैसलमेर में सेना द्वारा नए वैपन की टेस्टिंग और एक्सरसाइज की जा रही है.

जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में डेजर्ट स्ट्राइक से सैन्य हथियारों की गूंज से जमीन से लेकर आसमान तक थर्रा गए. इसी बीच सीमावर्ती जिले जैसलमेर में दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए माउंटेड गन की गूंज सुनाई दी.

 स्वदेशी टोड आर्टिलरी गन सिस्टम प्रोजेक्ट का हुआ परीक्षण

DRDO ने हाल ही में पोकरण में 155x52 ATAGS को BEML के ऑर्मर्ड ट्रक पर लगाकर उसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के अधिकारियों ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में मेड इन इंडिया परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया. यह भारतीय सेना के तोपखाने आधुनिकीकरण कार्यक्रम के एक भाग के रूप में DRDO द्वारा मिशन मोड में पूरी तरह से स्वदेशी टोड आर्टिलरी गन सिस्टम प्रोजेक्ट है.

दुश्मन के गन के लोकेशन का पता कर सकता है रेट ऑफ फायर

रेट ऑफ फायर की बात करें तो 60 सेकंड में 5 राउंड दाग सकती है. माउंटेन आर्टिलरी गन की मतलब है गाड़ी पर तैनात तोप. इस तरह की गन का सबसे बड़ा फ़ायदा होता है कि जब भी जंग में आर्टेलरी गन से फायर किया जाता है तो उसके राउंड के एलिवेशन से दुश्मन के गन के लोकेशन का आसानी से पता लगा लेता है और फिर वो अपनी तोपों से निशाना बनाना शुरू कर देता है. वहीं माउंडेट गन एक बार फायर करने के बाद तुरंत अपनी लोकेशन बदल सकता है. यानी दुश्मन के फायर से बचाव हो जाता है.

आर्टेलरी रेजिमेंट में शामिल करने की योजना में है सेना

ये ऑल मोबिलिटी वेहिकल है और खास तौर पर हाई अल्टीट्यूड इलाके के लिए बनाई गई है. भारतीय सेना कुल 814 माउंटेड गन को अपनी आर्टेलरी रेजिमेंट में शामिल करने की तैयारी में है. भारत और चीन के बीच एलएसी पर विवाद के दौरान चीन में बडी संख्या में वेहिक्ल माउंडेट गन सिस्टम को तैनात किया था. अगर हम पूरे आधुनिकीकरण प्रक्रिया की बात करें तो भारतीय सेना 1580 टोड तोप, जो की गाड़ियों के ज़रिये खींची जाने वाली तोपें शामिल करने की तैयारी में है.

यह भी पढ़ें- जैसलमेर के सेल्वी में सेना की फील्ड फायरिंग रेंज में लगी भीषण आग 1 KM इलाक़े में फैली, काफी मशक़्क़त के बाद आग पर क़ाबू पाया गया

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Our Offerings: NDTV
  • मध्य प्रदेश
  • राजस्थान
  • इंडिया
  • मराठी
  • 24X7
Choose Your Destination
Close