
Rajasthan: डीजी एसीबी डॉक्टर रवि प्रकाश मेहरड़ा ने एसीबी के एएसपी जगराम मीणा को कार्य मुक्त कर दिया है. जांच में सामने आया है कि मीणा पुलिस, खनन और परिवहन विभाग के कर्मचारी-अधिकारियों से भी वसूली करता था. वह कुछ दिन पहले झालावाड़ से हटाया गया था, इसके बाद भी वह 'बंधी' (वसूली की रकम) लेता था. एसीबी के एएसपी जगराम मीणा के घर से 39.50 लाख रुपए कैश, करोड़ों रुपए बाजार मूल्य की प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट मिले हैं. आरोपी की कार से 9.35 लाख रुपए मिले. उसके घर से महंगी और विदेशी ब्रांड की शराब की 85 बोतल भी बरामद हुई. इस पर थाना रामनगरिया को इस की सूचना दी गई और आबकारी एक्ट में मामला दर्ज करने के लिए कहा गया है.
अधिकारी से लिया था मोटी रकम
डीजी एसीबी ने बताया कि आरोपी 27 जून को सरकारी ऑफिस के एक अधिकारी से मोटी राशि लेकर निकला था. इसकी सूचना एसीबी को मिल गई थी. शिवदासपुरा टोल पर सर्च के दौरान आरोपी की कार से एक प्लास्टिक के फोल्डर में अखबार में लिपटी हुई 500-500 रुपए की 10 गड्डियां (कुल 5 लाख रुपए), एक पीले रंग के लिफाफे में 500-500 रुपए की 4 गड्डियां (कुल 2 लाख रुपए), 2 अलग-अलग लिफाफों में 1-1 लाख रुपए (कुल 2 लाख रुपए) और 1 लाल रंग के लेदर बैग में रखे पीले रंग का लिफाफे में 500-500 रुपए के 70 नोट (कुल 35 हजार रुपए) मिले.
घर से 39 लाख रुपए मिले
ये कैश कहां से आया? इसका वो ठीक से जवाब नहीं दे सका. इसके बाद एसीबी ने एएसपी जगराम मीणा के मकान नंबर 31 चकरोल जेडीए कॉलोनी, एसकेआईटी के पीछे जगतपुरा (जयपुर) में भी तलाशी ली. इस दौरान वहां से 39 लाख 50 हजार रुपए कैश, जमीनों के कागजात और 85 बोतल अंग्रेजी शराब मिली.
दो दिन पहले झालावाड़ से हुआ था ट्रांसफर
जानकारी के अनुसार जगराम मीणा झालावाड़ की ACB चौकी पर पोस्टेड था. उसका दो दिन पहले ही झालावाड़ से ट्रांसफर हुआ था. आरोपी परिवहन, खनन, आबकारी और पुलिस डिपार्टमेंट के अधिकारी-कर्मचारियों से वसूली कर रहा था.
यह भी पढ़ें: "गहलोत जब सोते थे तो उनकी कुर्सी डगमगाती थी...", किरोड़ी मीणा ने पूर्व सीएम पर किया पलटवार