Farmer issue in Dholpur: जवाई बांध के पानी के बंटवारे से आक्रोशित किसान जालोर में प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, धौलपुर (Dholpur) में भी किसान पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. सिंचाई विभाग की बेरुखी की वजह से किसानों को पार्वती मुख्य नहर में अभी तक पानी रिलीज नहीं किया है, जिसकी वजह से रवि की गेहूं सरसों आलू एवं चना की फसल मुरझाने की स्थिति पर पहुंच रही है. करीब 1 महीने पहले किसानों ने रवि फसल की बुवाई को अंजाम दिया था. अब फसल खेतों में उगकर तैयार हो चुकी है, लेकिन पार्वती बांध से अभी तक नहर में पानी नहीं छोड़ा गया है. जिससे किसान भारी परेशान दिख रहे हैं.
खरीफ पहले ही है बर्बाद, अब रबी के सीजन में भी पानी नहीं
किसानों का कहना है कि बरसात के इस सीजन में जिले के किसानों की खरीफ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है. अक्टूबर के महीने से रवि फसल के सीजन की शुरुआत हो चुकी है. खेतों में पर्याप्त नमी होने की वजह से सरसों फसल की किसान बुवाई कर चुका था. दोनों फसल खेतों में उगकर तैयार हो चुकी है. लेकिन सिंचाई के लिए किसानों को पानी नसीब नहीं हो रहा है. अक्सर दीपावली के बाद सिंचाई विभाग पानी रिलीज कर देता था, लेकिन इस बार किसानों को पानी नहीं मिल रहा है. पार्वती डैम से लेकर नहर के आखिरी पड़ाव भूरापूरा गांव तक जर्जर और खस्ता हाल में पड़ी हुई है.
सिंचाई विभाग की लेट लतीफी के वजह से मुसीबत
सिंचाई विभाग की लेट लतीफी की वजह से समय पर पानी नहीं मिल रहा है. किसान चांद खां ने बताया कि अब हर सीजन में खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है. बरसाती सीजन में खरीफ फसल पूरी तरह से बर्बाद रही है. जब किसानों की उम्मीद रवि फसल पर टिकी हुई थी तो नहर में पानी नहीं छोड़ा गया. इसके चलते किसान फसल सिंचाई के लिए भटक रहे हैं. जिन किसानों के पास निजी संसाधन ट्यूबवेल बोरवेल हैं, वह पानी फसल में लगा रहे हैं. लेकिन अधिकांश किसानों के पास सुविधा और संसाधनों का अभाव है. ऐसे किसान सिंचाई विभाग की तरफ टकटकी लगाकर बैठे हैं.
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