 
                                            Udaipur News: 12 जून 2025 को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई, लेकिन उड़ान भरने के चंद मिनट बाद ही विमान क्रैश हो गया. इस दर्दनाक हादसे में दो सौ से ज्यादा यात्रियों की मौत हो गई और 1 यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया.अब अपनों के शव लेने पहुंचे परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.इस हादसे में राजस्थान के 14 लोगों की भी जान गई है, जिनमें से 4 लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है. पांचवें व्यक्ति प्रकाश चंद्र मेनारिया की भी पहचान हो गई है. सोमवार शाम को रोहिड़ा स्थित उनके घर पर उनका अंतिम संस्कार किया गया.
बेटों के डीएन से हुई पहचान, 5 दिन बाद मिला शव
प्रकाश चंद्र मेनारिया के परिवार के लिए ये पांच दिन कई सालों से कम नहीं थे. हर बीतते घंटे के साथ उम्मीद और चिंता के बीच संघर्ष जारी रहा. लेकिन सोमवार को उनकी धुंधली सी उम्मीद पूरी तरह खत्म हो गई, जब बेटे से पिता के डीएनए मिलान की प्रक्रिया पूरी हुई. जिसके बाद आज सुबह (मंगलवार) उनके पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार उनके बेटों लोकेश और रोशन ने किया किया गया. जिसके बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है. परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है.

आखिरी सफर पर प्रकाश चंद मेनारिया
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पिता के अंतिम संस्कार के लिए लौटे थे वतन
मृतक प्रकाश चंद्र मेनारिया लंदन में कुक थे और पिछले कई सालों से वही रहकर काम कर रहे थे. एक महिने पहले ही वे अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए पैतृक गांव रोहिड़ा आए थे. इसके चलते वे करीब डेढ़ महीने से यही ही थे. 12 जून को जब वे लंदन के लिए रवाना हुए तो उनके साथ रोहिड़ा निवासी उनके मित्र और शेफ वरदीचंद मेनारिया भी थे. इस विमान हादसे में उनकी भी मौत हो गई. प्रकाश चंद्र अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने विमान में सवार होने के बाद अपने परिजनों को सेल्फी भेजी थी. परिजनों को जैसे ही विमान हादसे की खबर मिली तो उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई. उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था कि जो शख्स कुछ पल पहले उनके साथ था, अब इस दुनिया में नहीं रहा.
