राजस्थान में धर्मांतरण कानून पर सियासी घमासान के बीच अजमेर में शादी के नाम पर धर्मांतरण को लेकर एक मामला गरमा गया है. एक युवती के परिवार ने शादी के नाम पर धर्मांतरण का आरोप लगाया है. साथ ही प्रशासन से मामले में कार्रवाई करके युवती वापस लाने की मांग की है. उधर मामले को विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने भी गंभीर बताया है. उनका कहना है कि राजस्थान में हाल ही में लागू किए गए नए धर्मांतरण कानून के अनुसार, किसी भी हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन तय प्रक्रिया के बिना नहीं किया जा सकता है.
तीन महीने पहले घर गई थी बेटी
पीड़िता की मां ने जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया कि उनकी बेटी तीन महीने पहले नाराज होकर घर से निकल गई थी और अब एक मुस्लिम युवक के साथ रहने की बात सामने आ रही है. शिकायत में दावा किया गया है कि विवाह और साथ रहने की प्रक्रिया नियम अनुसार नहीं की गई और बेटी पर दबाव डाला जा रहा है.
शिकायतकर्ता का कहना है कि 15 नवंबर को रिश्तेदारों से सूचना मिली कि उनकी बेटी बंगाली कॉलोनी के एक युवक के साथ है. इसके बाद उन्होंने बेटी को समझाने और घर लाने की कोशिश की, लेकिन वह युवक के प्रभाव में बताई जा रही है. लड़की की मां ने आरोप लगाया कि यह पूरा मामला शादी के नाम पर धर्मांतरण का है, जिस पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए.
VHP ने प्रशासन ने हस्तक्षेप की मांग की
मामले को विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने भी गंभीर बताया है. उनका कहना है कि राजस्थान में हाल ही में लागू किए गए नए धर्मांतरण कानून के अनुसार किसी भी हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन तय प्रक्रिया के बिना नहीं किया जा सकता. उनका आरोप है कि यह पूरा प्रकरण कानून के सीधे उल्लंघन जैसा प्रतीत होता है और प्रशासन को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए.
वहीं दूसरी ओर पुलिस का रुख इससे अलग है. जांच अधिकारियों ने बताया कि लड़की ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि उसने अपनी इच्छा से मुस्लिम युवक के साथ रहने का फैसला किया है और उस पर किसी का दबाव नहीं है. पुलिस के अनुसार, लड़की बालिग है और उसने बयान में खुद को सुरक्षित बताया है. ऐसे में मामले में कानूनी कार्रवाई तथ्यों और बयान के आधार पर ही आगे बढ़ेगी.
शिकायतकर्ता लेखराज प्रांत शहर प्रमुख विश्व हिंदू परिषद ने बताया कि परिवार ने जिला कलेक्टर से अपील की है कि धर्मांतरण कानून के तहत उचित कार्रवाई की जाए और बेटी को सुरक्षित वापस लाया जाए. मामला धार्मिक संगठन, परिवार और पुलिस के अलग-अलग दावों के कारण लगातार गरमाता जा रहा है. प्रशासन अब पूरे प्रकरण की जांच कर रहा है. ताकि यह स्पष्ट हो सके कि मामला सच में धर्म परिवर्तन का है या केवल रिश्ते को लेकर उत्पन्न विवाद है.
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