राजस्थान में धर्मांतरण के मुद्दे पर बने कानून के लागू होने के बाद से सियासी संग्राम शुरू हो गया है. भाजपा नेताओं की ओर से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर हमले तेज हो गए हैं. सबसे तीखा बयान कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल का आया है, जिनका आरोप है कि कांग्रेस शासन में डोटासरा धर्मांतरण में लिप्त लोगों को संरक्षण देते थे. वहीं दूसरी ओर डोटासरा ने भी पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा असल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है और उन्होंने धर्मांतरण पर कोई बयान नहीं दिया. पहले भाजपा वो बयान दिखाए, फिर आरोप लगाए.
'कांग्रेस के समय धर्मांतरण को संरक्षण'
दरअसल, भजनलाल सरकार में कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के समय धर्मांतरण को राजनीतिक संरक्षण दिया जाता था और डोटासरा जैसे नेता ऐसे अपराधों में लिप्त लोगों को आश्रय देते थे. उन्होंने कहा कि अगर किसी ने धर्मांतरण की हिमाकत की तो वह जेल में सड़ेगा.
डोटासरा पर जोगाराम पटेल का गंभीर आऱोप
उन्होंने आरोप लगाया कि डोटासरा के विधानसभा क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ में हाल ही में एक मुस्लिम युवक ने नेछवा थाने के पाटोदा गांव की एक दलित लड़की को बहला फुसलाकर भगा ले जाने का मामला सामने आया है. पटेल ने कहा कि पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है और उन्हें लगता है कि डोटासरा ने इस तरह के धर्मांतरण को खुली छूट दे रखी है. जोगाराम पटेल ने नए धर्मांतरण कानून के बारे में बताते हुए कहा कि यह अपराध अब गैरजमानती है.
नाबालिग, दिव्यांग, महिला, एससी और एसटी वर्ग के पीड़ित के खिलाफ ऐसा अपराध करने पर न्यूनतम दस वर्ष और अधिकतम बीस वर्ष की जेल का प्रावधान है. साथ ही दस लाख रुपये तक के जुर्माने की सजा भी हो सकती है. उन्होंने कहा कि जहां अवैध धर्मांतरण हुआ होगा, उस संपत्ति को जांच के बाद जब्त या गिराया भी जा सकता है. पटेल ने कहा कि नए कानून के बाद लक्ष्मणगढ़ और कोटा में मुकदमे दर्ज हुए हैं और सरकार इस पर सख्त कार्रवाई करेगी.
पीसीसी चीफ ने किया पलटवार
भाजपा के आरोपों के जवाब में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि अंता उपचुनाव में हार के बाद भाजपा बौखला गई है. उनका आरोप है कि भाजपा असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए हिन्दू मुस्लिम का माहौल बनाना चाह रही है. डोटासरा का कहना है कि मुख्यमंत्री कह रहे थे कि यह दो साल के काम का चुनाव था और अब हार के बाद वे मनगढ़ंत मुद्दे खड़े कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता लगातार उन्हें निशाना बनाने के लिए अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. डोटासरा ने कहा कि अगर भाजपा धर्मांतरण पर उनका कोई बयान दिखा दे तो वह जवाब देंगे, वरना ऐसी बकवास को तवज्जों नहीं दी जानी चाहिए.
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