Who is Vishnu Gupta: अजमेर शरीफ दरगाह इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है, इसकी वजह यहां मंदिर होने का दावा है. इस दावे को करने वाले विष्णु गुप्ता भी एक बार फिर सुर्खियों में बने हुए है. इनके बारे में हम आपको सबकुछ बताने वाले है. दरअसल विष्णु गुप्ता का इस तरह का यह कोई पहला दावा नहीं है. इससे पहसे भी वह कई बड़े मुद्दों को लेकर चर्चा का विषय बन चुके हैं. अजमेर शरीफ दरगाह में ASI सर्वे की मांग और वहां मंदिर होने का दावा करने वाले विष्णु गुप्ता हिंदू सेना के संस्थापक हैं. दरअसल 2011 में अस्तित्व में आई हिंदू सेना की शुरुआत 50 सदस्यों से हुई थी, इसके बाद 2014 में दावा किया गया कि इनके सदस्य 4 लाख हो गए हैं.
विष्णु गुप्ता खुद इसका दावा करते हैं कि इनका संगठन 16 राज्यों में है. दयाल सिंह कॉलेज से पढ़े गुप्ता 2008 में शिवसेना से जुड़े, फिर विश्व हिंदू परिषद पहुंचे. गुप्ता द्वारा की गई विश्व विख्यात ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह परिसर में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करने वाली याचिका को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है.
कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मामले के पक्षकार
विष्णु गुप्ता मथुरा स्थित कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मामले में हिंदू पक्ष की ओर से पक्षकार भी हैं. विष्णु गुप्ता ने सनातन धर्म और श्रीराम मंदिर और काशी-मथुरा पर नफरत भरे भाषण देने वालों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. हालांकि कोर्ट ने उस समय याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया था.
इन मामलों को लेकर चर्चा में रहे विष्णु शर्मा
दिल्ली पुलिस ने 2015 में केरल हाउस कैंटीन में गोमांस परोसे जाने की कथित झूठी शिकायत करने के आरोप में विष्णु गुप्ता को हिरासत में लिया था.
साल 2021 में पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन के ऑफिस पर तोड़फोड़ करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया था.
साल 2022 में हिंदू सेना अध्यक्ष की तरफ से उन्होंने PFI पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी. साथ ही दिल्ली में बाबर रोड पर लगे बोर्ड पर कालिख पोतने में भी हिंदू सेना का नाम सामने आया था. हिंदू सेना की तरफ से बाबर रोड के बोर्ड पर अयोध्या रोड का पोस्टर भी लगा दिया गया था.
साल 2023 में हिंदू सेना की ओर से दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर आदिपुरुष फिल्म पर रोक लगाने की मांग की थी.
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