
Rajasthan News: नगर निगम की लापरवाही और ठेकेदारों की मनमानी के खिलाफ अजमेर में 2310 ठेका सफाईकर्मी हड़ताल पर हैं. शनिवार को हड़ताल का पांचवां दिन है, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है. सफाईकर्मियों ने नगर निगम से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और 5 सूत्रीय मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की. इस दौरान आक्रोशित सफाईकर्मियों ने ठेकेदार का पुतला भी जलाया.
सफाईकर्मियों की प्रमुख मांगें:
1. वेतन बढ़ोतरी – ₹6200 में गुजारा मुश्किल, न्यूनतम वेतन ₹18,000 किया जाए.
2. बकाया वेतन – फरवरी का वेतन अब तक नहीं मिला, जल्द भुगतान हो.
3. सफाई उपकरणों की उपलब्धता – झाड़ू, डस्टबिन, दस्ताने जैसी जरूरी चीजें नहीं मिल रहीं.
4. ठेका प्रथा खत्म हो – नगर निगम सफाईकर्मियों को सीधी भर्ती कर स्थायी करे.
गलियों-सड़कों पर कचरे का ढेर
हड़ताल का असर अब शहर की गलियों और मुख्य सड़कों पर साफ दिखने लगा है. कचरे के ढेर, बदबू और गंदगी से नागरिक परेशान हैं, लेकिन नगर निगम की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. प्रदर्शनकारी साफ कह रहे हैं कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होंगी, सफाई का काम नहीं किया जाएगा. इस बीच, शहरवासियों को गंदगी और बदबू के बीच जीने को मजबूर होना पड़ रहा है. अब सवाल यह है कि क्या नगर निगम सफाईकर्मियों की समस्याओं का समाधान निकालेगा, या फिर अजमेर को गंदगी के ढेर में बदलने दिया जाएगा?
भीड़ की वजह से लगा जाम
इस प्रदर्शन के वीडियो भी सामने आए हैं, जो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वीडियो में सफाईकर्मियों की संख्या काफी ज्यादा है. भीड़ ने सड़क पर ट्रैफिक को भी ब्लॉक कर दिया है. इस प्रदर्शन के दौरान वहां से गुजरने वाले लोगों को थोड़ी दिक्कत जरूर हुई, लेकिन सबकुछ शांतिपूर्वक निपट गया.
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