Ajmer: पिछले कई वर्षों से राजस्थान के अजमेर में रह रहे तीन भाई-बहनों के लिए शुक्रवार का दिन बेहद खुशी का दिन था.अजमेर में यह परिवार राज्य में विस्थापितों का जीवन जी रहा था. लेकिन अब उनका इंतजार खत्म हो गया है.उन्हें शुक्रवार को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई. इसे पाकर परिवार के लोग बेहद खुश हैं.
15 सालों से अजमेर में रह रहा है परिवार
परिवार केने तीनों भाई-बहनों अजमेर एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह राठौर को नागरिकता प्रमाण पत्र दिए. तीनों भाई-बहन महेश सोनी, नील कंवल और दिनेश सोनी प्रमाण पत्र पाकर बेहद खुश हैं और उन्होंने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी. लगभग 45 वर्ष पहले उनके पिता हंसराज ने उनकी मां रमा देवी से विवाह किया था. जब से यह परिवार पिछले 15 सालों से राजस्थान के अजमेर में रह रहा है. इससे पहले 2019 में बड़े भाई को भारतीय नागरिकता मिल चुकी.
15 साल बाद मिला वोट देने का अधिकार
इस बारे में अजमेर के एडीएम सिटी गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया, "हमें गृह विभाग से तीन नागरिकता प्रमाण पत्र मिले थे. जो इन तीनों के नाम थे. इसके बाद हमने तीनों को बुलाकर भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र दिए. उनके माता-पिता और बड़े भाई को पहले ही नागरिकता मिल चुकी है. ये लोग मूल रूप से पाकिस्तानी हैं और 15 साल से अधिक समय से भारत में रह रहे हैं. इनकी मां रमा देवी भारत की थीं, जिनकी शादी पाकिस्तान में हुई थी. अब इन्हें वोट देने का अधिकार मिल गया है और ये सरकार की नीतियों के पक्ष या विपक्ष में वोट कर सकते हैं."
नागरिकता मिलने के बाद तीनों भाई बहनों में से दिनेश सोनी ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए बताया कि इसके लिए हमने करीब 20 साल का इंतजार करना पड़ा है. केंद्र की मोदी सरकार ने कारगिल दिवस के शुभ अवसर हमें नागरिकता तोहफा दिया है.
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