Ashok Gehlot Dholpur Rally: गहलोत की रैली में नहीं पहुंची INC MLA शोभारानी कुशवाहा, देवर और ससुर थाम चुके BJP का दामन, क्या धौलपुर में बिगड़ेगा सियासी गणित?

Ashok Gehlot Dholpur Rally: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को धौलपुर जिले में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. लेकिन पूर्व सीएम की इस जनसभा से धौलपुर की स्थानीय कांग्रेस विधायक शोभारानी कुशवाहा गैरहाजिर रही.

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धौलपुर में जनसभा को संबोधित करते पूर्व सीएम अशोक गहलोत.

Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान पूरे जोरों पर है. इसी कड़ी में शनिवार को धौलपुर में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. लेकिन इस जनसभा में धौलपुर की स्थानीय कांग्रेस विधायक शोभारानी कुशवाहा नदारद रहीं. गहलोत की रैली में शोभारानी के नहीं आने की अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थी. जो शनिवार को सच साबित हुई. मालूम हो कि शोभारानी कुशवाहा पहले भाजपा में थी. लेकिन गहलोत के कहने पर राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने के बाद वो कांग्रेस में शामिल हो गई थी. पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर जीतने के बाद बीते कुछ दिनों से शोभारानी कुशवाहा के तेवर बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. 

दो-चार दिन पहले ही शोभारानी कुशवाहा के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं उठी थी. लेकिन अंतिम समय में शोभारानी कुशवाहा के ससुर और देवर ने भाजपा का दामन थामा था. अब शोभारानी कुशवाहा कहने के लिए कांग्रेस की विधायक हैं लेकिन वो अपनी ही पार्टी के बड़े नेता की रैली में शामिल नहीं हुई. इससे धौलपुर का सियासी गणित बिगड़ने की चर्चाएं चल रही है. 

गहलोत बोले- दवाब के कारण शोभारानी सभा में नहीं आई


धौलपुर की कांग्रेसी विधायक शोभारानी कुशवाहा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा में शामिल नहीं हो सकी है. इसका अनुमान राजनीतिक जानकार पूर्व से ही लगा रहे थे. शोभारानी कुशवाहा के विधायक प्रतिनिधि एवं देवर उपेंद्र कुशवाहा एवं चाचा ससुर कन्हैया ने भाजपा का दामन थाम लिया था. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंच से भी कहा था कि उन पर दबाव दिखाई दे रहा है. दबाव की वजह से सभा में शामिल नहीं हो सकी है.

दरअसल शनिवार को करौली धौलपुर संसदीय क्षेत्र के बसई नवाब कस्बे में कांग्रेस प्रत्याशी भजनलाल जाटव के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे. इस सभा में गहलोत ने भाजपा पर जोरदार जुबानी हमला बोला है. बीजेपी को संविधान और लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए लोकतंत्र का अंतिम चुनाव बताया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह पर देश में चुनी हुई सरकार गिराने का खतरनाक खेल खेलने का भी बड़ा आरोप लगाया है.

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पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा यह देश का आखिरी चुनाव हो सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो रवैया चल रहा है. उसके अनुसार देश में शायद ही चुनाव हो. डॉ भीमराव अंबेडकर के संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ईडी, इनकम टैक्स एवं सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. देश में पाकिस्तान जैसे हालात बनते जा रहे हैं. उन्होंने कहा देश के इतिहास में पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, लाल बहादुर शास्त्री ,अटल बिहारी वाजपेई, डॉक्टर मनमोहन समेत वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं. उन्होंने कहा कांग्रेस में संविधान को बचाया. 

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मोदी काम की नहीं मन की बात करते

अशोक गहलोत ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कभी भी काम की बात नहीं करते हैं, सिर्फ खुद के मन की बात करते हैं. प्रधानमंत्री को मन की बात के अंदर काम की बात करनी चाहिए. देश के अंदर सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है लेकिन उसकी बात नहीं करते हैं. प्रधानमंत्री ने युवाओं को 2 करोड़ प्रति वर्ष नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन सरासर झूठ निकला है. 10 साल के अंदर 20 करोड़ नौकरियां होती है, लेकिन प्रधानमंत्री 50 लाख युवाओं को रोजगार नहीं दे सके. उन्होंने कहा कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है जिसके अंदर युवा, किसान, महिला सभी को न्याय रोजगार आदि की गारंटी दी गई है. इसके अलावा कांग्रेस ने किसानों के लिए खेती को जीएसटी से मुक्त रखने का वादा किया है.

जब मोदी सीएम थे तब एमएसपी कानून बनाने की करते थे बात

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, उसे वक्त एमएसपी कानून की बात करते थे. लेकिन कानून बनाना तो दूर की बात रही करीब 700 किसानों ने आत्महत्या कर ली और केंद्र सरकार ने उनकी सुध नहीं ली है. काले कानून के विरोध में किसान मारे गए.

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तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने में मोदी और शाह ने खेला खतरनाक खेल

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा जब तीसरी बार मुख्यमंत्री बने थे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह ने देश में सरकार गिराने का खतरनाक खेल खेला है. देश में विधायकों को खरीदने के लिए 50-50 करोड़ के ऑफर दिए थे. यही हालत राजस्थान में बनाने की कोशिश की थी. लेकिन 5 साल तक मेरी सरकार को गिराने में कामयाब नहीं हो सके और उनकी छाती पर मूंग दल-दल कर शासन किया है.

उन्होंने कहा मोदी और अमित शाह ने राजस्थान के पैसे को रोक दिया था. लेकिन परवाह नहीं की और राजस्थान में विकास का काम चलता रहा. ईआरसीपी परियोजना को राष्ट्रीय घोषित नहीं किया एवं लागू नहीं किया. राजस्थान की सरकार को भी गिराने का काम किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह के इरादे खतरनाक है.

झूठ बोलकर चुनाव जीतती हैं भाजपा

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असत्य बोलकर चुनाव जीते हैं. कन्हैया लाल हत्याकांड उदयपुर की घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा मैं खुद वहां चलकर गया था. परिवार और बच्चों को 50 लाख का पैकेज दिया था. सरकारी नौकरी की व्यवस्था कराई थी. हत्याकांड के 2 घंटे बाद मुजरिमों को भी पकड़ लिया गया. लेकिन भाजपा के गुलाबचंद कटारिया, राजेंद्र राठौड़ ,सतीश पूनिया समेत तमाम नेता हैदराबाद चले गए.

बीजेपी के नेताओं ने हल्ला कर जांच को केंद्र में भिजवा दिया. अगर स्थानीय पुलिस और प्रशासन जांच करते तो अब तक फांसी हो चुकी होती. कन्हैया हत्याकांड को लेकर पूरे देश में कांग्रेस को बदनाम किया गया. राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद लगातार अपराध बढ़ रहा है. महिला सुरक्षित नहीं है. रेप के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लेकिन सरकार हाथ पैर हाथ धरे बैठी है.

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