Rajasthan: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक अश्फाक खान अवैध रूप से गर्ल्स हॉस्टल में रुके थे. तीन से दिन से यहीं रुके हुए थे. शिकायत पर एबीवीपी के राष्ट्रीय सदस्य के साथ कार्यकर्ता हॉस्टल पहुंचे. 40 छात्राओं वाले इसी हॉस्टल के एक कमरे में अफसर रुके मिले. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई. मामले में कलेक्टर से जांच करते हुए सख्त कार्रवाई करने की मांग की.
हॉस्टल में 40 एसटी छात्राएं रहती हैं
एबीवीपी के राष्ट्रीय सदस्य हर्षित ननोमा ने बताया कि शहर के वसुंधरा विहार स्थित समाज कल्याण विभाग के सावित्री बाई फूले गर्ल्स हॉस्टल में किसी अधिकारी के अवैध रूप के रुकने की शिकायत मिली थी. हॉस्टल में 40 एसटी छात्राएं रहकर पढ़ाई करती हैं. उनके साथ ही एबीवीपी के जिला संगठन मंत्री रामकृष्ण मेहता, जिला संयोजक महिपाल गमेती, जनजाति प्रमुख राजेंद्र खराड़ी ओर संजय खराड़ी आधी रात को हॉस्टल पहुंचे.
हॉस्टल के कमरे में अधिकारी को पकड़ा
इससे पहले पुलिस को भी सूचना दी गई. हॉस्टल गेट पर आवाज लगाने पर वार्डन गेट पर आए. वार्डन से अधिकारी के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि जिला अधिकारी यहां रुके हुए हैं, इस पर एबीवीपी कार्यकर्ता मोबाइल कैमरा चालू रखते हुए हॉस्टल में गए और कमरे में रुके अधिकारी को पकड़ा. अधिकारी ने खुद को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का सहायक निदेशक अशफाक खान बताया. हॉस्टल निरीक्षण की बात कही.
आधी रात को हाॅस्टल से जाना पड़ा
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने 3 दिन से हॉस्टल में ठहरने के बारे में पूछने पर कभी ट्रांसफर होकर आने तो कभी कमरा नहीं मिलने की बात कहने लगे, जिस पर कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई. हर्षित ननोमा ने बताया कि मौके से ही जिला कलेक्टर अंकित कुमार सिंह को फोन कर घटना के बारे में बताया. इस पर कलेक्टर ने भी किसी अधिकारी के गर्ल्स हॉस्टल में ठहरने पर नाराजगी जताई और उन्हें तुरंत ही वहां से जाने के लिए निर्देश दिए.
हॉस्टल में महिला पुलिसकर्मी तैनात
इसके अलावा महिला पुलिसकर्मियों को भी हॉस्टल पर तैनात करने की बात कही. अधिकारी के अवैध रूप से गर्ल्स हॉस्टल में ठहरने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी. एबीवीपी के राष्ट्रीय सदस्य हर्षित ननोमा ने बताया कि हॉस्टल में छात्राएं रहती हैं. ऐसे में राज्यपाल और सरकार के सख्त आदेश है कि किसी भी गर्ल्स हॉस्टल में कोई पुरुष अधिकारी रात के समय नहीं रह सकता है. इसके बावजूद समाज कल्याण अधिकारी शहर में 2 बॉयज हॉस्टल को छोड़कर गर्ल्स हॉस्टल में ही रुके हुए थे. उन्होंने प्रशासन से पूरे मामले में जांच करते हुए अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी है.
वार्डन के मना करने के बाद भी नहीं माना अधिकारी
हॉस्टल वार्डन शारदा आहारी ने बताया कि उन्होंने अधिकारी को मना किया था जिस पर अधिकारी ने कहा आज की रात मैं रुकूंगा, और कल कहीं और पर रूम लेकर रुकूंगा.
अधिकारी को भेजा नोटिस
कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने बताया कि समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक को रात को ही हॉस्टल से जाने के लिए कह दिया था. अधिकारी को नोटिस दिया जा रहा है कि रात के समय वे होस्टल क्यों गए थे, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है.
यह भी पढ़ें: सोशल मीडिया फेम जाह्नवी की घर के आगे से किडनैपिंग, पुलिस जांच में जुटी, खंगाले जा रहे CCTV फुटेज