Attack on police: राजस्थान के चूरू में जिले में स्थित एक मकान में बीते 15 दिनों से रहस्यमयी आग चर्चा का विषय बनी हुई है. बुधवार को इसी आग के कारण पुलिस को भी लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा. ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस हमले में पुलिस के तीन कांस्टेबल जख्मी हो गए. वहीं उनकी गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई. घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के वरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की.
चूरू के सादुलपुर हमीरवास के भेसली गांव का मामला
दरअसल यह मामला चूरू जिले के सादुलपुर हमीरवास थाना अंतर्गत गांव भेसली की है. जहां एक मकान में गत एक पखवाड़े से रहस्यमयमयी आग लग रही है. बुधवार को आग लगने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. पुलिस की गाड़ी को लाठी और और पत्थरों से क्षतिग्रस्त कर दिया. इस दौरान पुलिस के जवानों को खेतों में भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी. घटना में तीन कांस्टेबल घायल हो गए. जिनकी पहचान
हेड कांस्टेबल श्रीराम, कांस्टेबल रणवीर सिंह और प्रमेन्द्र कुमार के रूप में हुई है.
ग्रामीण बोले- एक मकान में बीते 15 दिनों से अक्सर लग रही आग
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के भूप सिंह के मकान में बीते 15 दिनों से अज्ञात कारणों के चलते आग लग रही है. शिकायतों के बावजूद भी प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इधर पुलिस सूत्रों ने बताया कि सूचना मिली कि गांव में आग लग गई है. जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची तो बिना किसी कारण के ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला कर दिया. पुलिस की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया तथा घटना में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.
जान बचाने के लिए खेतों में भागे पुलिस जवान
वही अचानक हुए हमले से पुलिस भी घबरा गई तथा खेतों में भाग कर पुलिस को जान बचानी पड़ी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा घटना का मौका निरीक्षण किया. तथा मामले को लेकर पुलिस को ग्रामीणों के रोष का सामना करना पड़ा है .ग्रामीणों ने कहा कि जिस प्रकार अज्ञात कारणों के चलते आग लग रही है. अगर यही स्थिति रही तो गांव में बड़ा हादसा हो सकता है. इस अवसर पर उपस्थित आईपीएस अधिकारी प्रशांत किरण तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल ने ग्रामीणों से वार्ता की है तथा अज्ञात कारणों के चलते लग रही आज के संबंध में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
फायर ब्रिगेड को गांव में ही रखना चाहते थे ग्रामीण
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि गत 15 दिनों से लगातार शासन और प्रशासन को सूचना दी जा रही है कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार को सुबह अचानक पशु चारे में आग लग गई तथा तेज हवाओं के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड बुलाकर आग पर काबू भी पाया.
लेकिन गांव में बिजली नहीं होने के कारण पानी की व्यवस्था होना संभव नहीं था जिस पर ग्रामीणों ने मौके पर ही फायर ब्रिगेड को रखने का निर्णय किया ताकि पुनः आग लगने पर आग पर काबू पाया जा सके. लेकिन फायर ब्रिगेड चालक पानी लाने या पुलिस के दबाव से गांव से चला गया. इसी आक्रोश का पुलिस को सामना करना पड़ा.
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