बाड़मेर हिरण शिकार केस में बड़ा खुलासा, होटलों में होती थी मीट की सप्लाई, एक हिरण को मारने पर देता था 500 रुपए, 6 गिरफ्तार

Barmer Deer Hunting Case: बाड़मेर हिरण शिकार केस में बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों का गिरफ्तार किया है. अभी तक सामने आई जानकारी के अनुसार हिरण के मीट की सप्लाई राजस्थान के बड़े होटलों में होती थी.

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Barmer Deer Hunting Case: राजस्थान के बाड़मेर जिले में 10 हिरणों के शिकार मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये सभी हिरण शिकार से जुड़े बताए जा रहे हैं. पुलिस की पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि हिरण के मीट की सप्लाई राजस्थान के बड़े होटलों में हुआ करती थी. शिकारियों ने हिरण को मारने के लिए स्थानीय लोगों की मदद से गैंग बना रखी थी. एक हिरण को मारने पर 500 रुपए दिए जाते थे. इस मामले में एक तरफ पुलिस की जांच चल रही है, दूसरी ओर चौहटन में 10 हिरणों के शिकार की घटना के खिलाफ स्थानीय लोग धरने पर बैठे हैं. 

मंगलवार को इस मामले में वन विभाग और पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए करीब 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस टीम शेष आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार जांच कर रही है.

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एक हिरण के शिकार पर 500 रुपए देता था सरगना

कार्रवाई के बारे में बाड़मेर डीएफओ सविता दहिया ने बताया कि हिरण शिकार की वारदात में शामिल कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सामने आया कि आरोपियों शिकार करने की तीन अलग-अलग की गैंग बना रखी हैं. जिसके माध्यम से रात में हिरणों का शिकार करते है. गैंग का सरगना सदस्यों को एक हिरण के शिकार का 500 रुपए देता है. 

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मांगता ग्रेनाइट माइंस में भी होती थी सप्लाई

डीएफओ ने आगे बताया कि पूछताछ में हिरण का मांस मांगता में ग्रेनाइट माइंस खनन क्षेत्र में कार्यरत मजदूरों को 200 रुपए में बेचने की जानकारी निकलकर सामने आ रही हैं. हालांकि टीम की कार्रवाई की जानकारी मिलने के बाद 3-4 आरोपी फरार हो गए हैं. पुलिस और वन विभाग की टीम आरोपियों को पकड़ने के प्रयास कर रही है.

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आरोपियों के घर से बड़ी मात्रा में हिरणों के अवशेष मिले

वन विभाग और पुलिस की टीम आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पूछताछ में सामने आया कि आरोपी लंबे समय से हिरण शिकार करने में लिप्त थे. हिरण का शिकार करने के अपने बाद घर से मांस बेचने का काम करता था और और पीछे बची हड्डियां और अवशेष घर में ही रेत में दबाता था. आरोपी की निशानदेही पर वन विभाग की टीम आरोपियों के घर पहुंची और मृत हिरणों के अवशेष बरामद करने के प्रयास शुरू किए.

हिरण शिकार के मामले में गिरफ्तार आरोपी

वन विभाग के वकील भजनलाल विश्नोई ने बताया- हिरण शिकार में आरोपी अमराराम पुत्र गोरखाराम, गुलाबाराम पुत्र भैरामराम, बरजंगा राम पुत्र भूराम राम सभी निवासी उड़ासर गुड़ामालानी, आईदानराम पुत्र उत्तमाराम, पूंजाराम पुत्र मंगलाराम निवासी मांगता धोरीमन्ना को कोर्ट में पेश किया गया है. सभी को 17अगस्त तक रिमांड पर भेजा है. यह गैंग प्रदेश के नामचीन होटलों, कंपनियों में हिरण का मांस बेचते थे.

हिरण का मांस खरीदने वालों को भी करें गिरफ्तार 

हालांकि बड़ी मात्रा में हिरणों के शिकार की वारदात की घटना सामने आने स्थानिक ग्रामीणों में जबरदस्त रोष देखने को मिल रहा है. ग्रामीणों ने शिकारी एवं शिकारी से मांस खरीदने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर घटनास्थल पर ही धरना शुरू किया, जो दूसरे दिन भी जारी है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक वन विभाग एवं पुलिस एवं जिला प्रशासन इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती तब तक यह धरना जारी रहेगा.

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