Barmer Ex Congress MLA Mewaram Jain Rape Case: 'भंवरी देवी केस' आपको याद ही होगा. इसे राजस्थान की राजनीति का काला अध्याय माना जाता है. इस केस पर फिल्म भी बन चुकी है. मल्लिका सेहरावत और ओम पूरी अभिनीत फिल्म डर्टी पॉलिटिक्स की कहानी भंवरी देवी केस से प्रेरित थी. जोधपुर की नर्स भंवरी देवी की अपहरण और फिर उसकी हत्या ने राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया था. इस केस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता महिपाल मदेरणा सहित कई बड़े लोगों को जेल की हवा खानी पड़ी थी. लेकिन आप सोच रहे होंगे इस समय इस केस की याद क्यों दिलाई जा रही है.
दरअसल राजस्थान की राजनीति में भूचाल लाने वाले भंवरी देवी जैसा ही एक और केस सामने आया है. इस केस में भी कांग्रेस के एक नेता पर गंभीर आरोप लगे हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. यह केस बाड़मेर के पूर्व कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन से जुड़ा है. कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन के खिलाफ बलात्कार, पॉक्सो, एससी-एसटी और गैंगरेप की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है.
जोधपुर पश्चिम के राजीव गांधी थाना क्षेत्र में पीड़िता ने रिपोर्ट देकर पूर्ववती सरकार के कांग्रेस विधायक और 7 से 8 अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दी है और इन लोगों से अपनी जान को खतरा भी बताया है. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एडीसीपी अधिकारी को सौंपी है. आइए जानते हैं इस केस की पूरी कहानी.
वरीय अधिकारी कर रहे मामले की जांच
जोधपुर पश्चिम एसपी गौरव यादव ने बताया कि एक महिला परिवादी द्वारा राजीव गांधी थाने में रिपोर्ट दी गई है, जिसकी जांच एडीसीपी लेवल के अधिकारी से करवाई जा रही है. मामला हाई लेवल का होने के चलते पीड़ित महिला की सुरक्षा निश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. पुलिस शिकायत के अनुसार बाड़मेर में कांग्रेस के विधायक रहे मेवाराम जैन के खिलाफ जोधपुर के एक थाने में महिला ने दुष्कर्म, पॉक्सो एवं एससीएसटी एक्ट में केस दर्ज कराया है. महिला का आरोप है कि उसके साथ वर्ष 2021 से लेकर 22 तक यौनाचार किया गया.
पुलिस निरीक्षक ने बताया कि महिला का कहना है कि दो साल पहले उसके पिता के बीमार होने पर उसकी पहचान किसी रामस्वरूप नाम के शख्स के साथ हुई थी. रामस्वरूप बाड़मेर का है. रामस्वरूप नामक इस शख्स ने उसकी लाचारी का फायदा उठाकर दुष्कर्म किया था. बाद में बाड़मेर के कांग्रेस नेता और एमएलए मेवाराम जैन से संपर्क करवाया था. जिसके बाद मेवाराम जैन ने नजदीकियां बढ़ाते हुए उससे दुष्कर्म किया था. वर्ष 2021 से लेकर 22 के मध्य उससे यौनाचार चलता रहा.
मेवाराम जैन उसकी नाबालिग पुत्री के सामने भी अश्लील हरकतें करता और बेटी से छेड़छाड़ भी करता था. महिला का आरोप है कि मेवाराम ने उसकी परिचित महिला से भी दुष्कर्म किया था। पहले मेवाराम ने उसे धर्म बेटी मानकर रखा था फिर उसकी नीयत बिगडऩे लगी तब दुष्कर्म किया.
जोधपुर में आकर भी उसके घर में दुष्कर्म
पीड़िता ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि मेवाराम यहां जोधपुर में उसके मकान पर भी आता था. यहां पर उसके घर में भी दुष्कर्म किया और बेटी के सामने ही अश्लील हरकतें की जाती थी। और बेटी से छेड़छाड़ भी की गई।
बता दें कि बाड़मेर के इस पूर्व विधायक का एक वीडियो भी चुनाव के दिनों में आया था. जो कि वायरल होने पर काफी चर्चा का विषय बना था.
पीड़िता के खिलाफ दर्ज है सेक्सटॉर्शन मामला
पीड़िता के खिलाफ पूर्व में बाड़मेर के कोतवाली थाने में पीड़ित महिला द्वारा पोक्सो और एससीएसटी मामले में आरोपी बनाए गए रामस्वरूप आचार्य द्वारा सेक्सटॉर्शन का मामला दर्ज करवाया गया था. जिसमे पीड़ित महिला व उसके सहयोगियों द्वारा 50 लाख रुपए लेने और रुपए मांगने का आरोप लगाया था और पैसे नहीं देने की हालत में वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था. मामला दर्ज के बाद पुलिस पीड़ित महिला को बाड़मेर भी लेकर आई थी और पूछताछ भी की गई थी.
सेक्सटॉर्शन के मामले में गवाहों और पीड़ित पर आरोप
नवंबर 2022 में दर्ज हुए सेक्सटॉर्शन के मामले में पार्षद प्रतिनिधि और शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रवीण सेठिया और बाड़मेर नगर परिषद के उपसभापति गवाह थे. इस मामले में पीड़िता ने गवाहों और सेक्सटॉर्शन के मामले में पीड़ित रामस्वरूप को आरोपी बनाया है. उक्त शिकायत में पीड़ित रामस्वरूप ने पुलिस को बताया कि तीन साल पहले एक महिला ने उसे अपने घर बुलाया था.
जब वह वहां पहुंचा तो पहले से एक युवती मौजूद थी. महिला ने बताया कि वह उसकी दोस्त है. कुछ देर बैठने के बाद उन्होंने कोल्ड ड्रिंक पीने को दी, जिसे पीकर उसे नशा चढ़ गया. नशे की हालत में युवती ने मेरा साथ संबंध बनाए, इस दौरान महिला और उसके साथियों ने उसका वीडियो बना लिया. जिसके बाद से बाड़मेर और जोधपुर के रहने वाले कई लोग महिला व युवती के साथ मिलकर उसे ब्लैकमेल करने लगे.
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 50 लाख रुपये मांगे थे, जो उसने उन्हें दे दिए. इस दौरान आरोपी शैलेंद्र अरोड़ा, महिला और युवती ने उससे वीडियो डिलीट करने की बात भी कही थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. 50 लाख रुपये देने के बाद आरोपियों ने उसे 5 करोड़ की डिमांड कर दी। जिसके बाद पीड़ित थाने पहुंचा और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया.
पीड़ित रामस्वरूप ने पुलिस को बताया कि यह लोग सेक्सटॉर्शन में फंसाकर लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं. आरोपियों ने कई लोगों को ब्लैकमेल कर इस तरह रुपये ऐंठ हैं। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने दो महिलाओं समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था और बाड़मेर लाकर पूछताछ भी की थी.
मामले में ईडी की भी हुई थी एंट्री
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक फोटो वायरल हुए थे. इन फोटो को लेकर दावा किया जा रहा था कि यह फोटो बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन के हैं. जो एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में है.
वायरल फोटो को लेकर मेवाराम जैन ने फोटो एडिट कर 50 लाख रुपए मांगने का आरोप लगाया था और इस मामले में 50 लाख की लेनदेन की बात भी सामने आई थी. इस मामले को लेकर ईडी ने मामला दर्ज कर मेवाराम जैन को पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन मेवाराम जैन ईडी के विरुद्ध हाई कोर्ट गए और हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए ईडी द्वारा पूछताछ पर रोक लगाई गई थी.
यह भी पढ़ें -
कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन पर रेप केस, पीड़िता ने कहा- नाबालिग बेटी से भी की छेड़छाड़